आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 15 अप्रैल को उन्हें दिल्ली से नोएडा के कैलाश अस्पताल में वेंटिलेटर पर लाया गया था। कुमार विश्वास ने ट्विटर पर पोस्ट शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा कि, "कोरोना से चल रहे युद्धक्षेत्र में भीषण दुःखद समाचार मिला है। मेरे कक्षा-गुरु, मेरे शोध आचार्य, मेरे चाचाजी, हिंदी गीत के राजकुमार, अनगिनत शिष्यों के जीवन में प्रकाश भरने वाले डॉ कुँअर बेचैन ने अभी कुछ मिनट पहले ईश्वर के सुरलोक की ओर प्रस्थान किया। कोरोना ने मेरे मन का एक कोना मार दिया|"
कोरोना से चल रहे युद्धक्षेत्र में भीषण दुःखद समाचार मिला है।मेरे कक्षा-गुरु,मेरे शोध आचार्य,मेरे चाचाजी,हिंदी गीत के राजकुमार,अनगिनत शिष्यों के जीवन में प्रकाश भरने वाले डॉ कुँअर बेचैन ने अभी कुछ मिनट पहले ईश्वर के सुरलोक की ओर प्रस्थान किया।कोरोना ने मेरे मन का एक कोना मार दिया pic.twitter.com/r4wOFsthHL
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 29, 2021
अगर आपको पता हो कुंवर बेचैन का जन्म उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के उमरी गांव में हुआ था। वह गाज़ियाबाद के एम.एम.एच. महाविद्यालय में हिन्दी विभागाध्यक्ष रहे। वर्तमान समय में वह वह सबसे बड़े गीतकारों और शायरों में शामिल थे, भगवान उनकी आत्मा को शांति दे|