मैरी क्रिसमस रिव्यू: सीट से हिलने नही देगा विजय और कैटरीना का थ्रिल!

कलाकार : विजय सेतुपति, कैटरीना कैफ, संजय कपूर, विनय पाठक, राधिका आप्टे, प्रतिमा काज़मी, टीनू आनंद

निर्देशक : श्रीराम राघवन

रेटिंग: ***

कटरीना कैफ और विजय सेतुपति स्टारर हिंदी फिल्म 'मैरी क्रिसमस' कुछ घंटे पहले ही रिलीज़ हुई है| श्रीराम राघवन द्वारा निर्देशित इस मूवी के सस्पेंस ड्रामा ने लोगों की उत्सुकता ओर ज्यादा बढ़ा दी है| सस्पेंस से भरी खबरों के सामने आते ही लोगों का फ़िल्म के प्रति क्रेज साफ़ दिखाई दे रहा है। अगर आप भी इस रोमांच से भरी कहानी को देखने की सोच रहे हैं तो उससे पहले फ़िल्म 'मैरी क्रिसमस' की कुछ महत्वपूर्ण बातें आपको पता होनी जरूरी है|

फ़िल्म "मैरी क्रिसमस" की कहानी क्रिसमस की रात से शुरू होती है, इस रात को एन्जॉय करने के लिए कैटरीना अपनी बच्ची के लेकर घर से बाहर चली जाती है| दूसरी तरफ़ विजय सेतुपति हैं जो पूरे 7 साल के बाद क्रिसमस की रात का मज़ा लेने के लिए अकेले शहर की तरफ़ आए हैं| इसी बीच शहर में एक मौत हो जाती है, यह कौन था, इसको किसने और क्यों मारा इन्ही सवालों के साथ मूवी जबरदस्त सस्पेंस के साथ आगे बढ़ती है| शहर में हुए मर्डर की घटना के बाद फ़िल्म की कहानी में रोमांच से भरपूर संजय कपूर और विनय पाठक की एंट्री होती है|

यह एक सस्पेंस थ्रिलर फ़िल्म है, इसका पहला डायलॉग कोई मिक्सी में मसाले डाल कर पीस रहा है लोगों को अपनी सीटों पर बैठे रहने के लिए मजबूर कर देता है| मूवी को देखने आए लोग ख़ुद ही अंदाज़ा लगाने लगते हैं कि आगे कुछ तो दिलचस्प होने वाला है| इस फ़िल्म की कहानी में आए वन लाइनर को देख कर आप जबरदस्ती हंसने लग जाएंगें| फिल्म का हर डायलॉग परिस्थिति के हिसाब से एकदम सटीक बैठता है|

स्टार्टिंग से ही सस्पेंस लेकर चल रही फ़िल्म में कब इंटरवल हो जाएगा, इस चीज का पता ही नही चल पाता है| इस मूवी के रोमांच और ट्विस्ट देखकर आप एक्स्ट्रा पॉपकॉन खाने के लिए मजबूर हो जाएंगें| थ्रिलर फ़िल्म वही होती है जो आपको कुर्सी से उठने का मौका ही न दे और "मैरी क्रिसमस" मूवी की कहानी शुरू से लेकर अंत तक इस ज़िम्मेवारी को निभाती दिखाई देती है|

अभिनय की बात करें तो विजय सेतुपति अपने हर एक सीन में आकर्षक और शानदार दिखाई दिए हैं| उनको देखकर और वन लाइनर्स को सुनकर ऐसा लगता है कि अभिनेता सब कुछ नेचुरल कर रहे हैं| अगर कैटरीना कैफ की बात करें तो वह अपने अभिनय और खूबसूरत से दर्शकों को दिवाना बनाती दिखाई दी हैं| परन्तु सिर्फ इन दोनों को दिखाने के चकर में निर्देशक ने बाकि सभी कलाकारों के रोल के साथ न्याय नही किया है|

शहर में हुए मर्डर के साथ ही संजय कपूर की एंट्री एक अलग ही मज़ा लेकर आती है| जिसको और बढ़ाने का काम विनय पाठक की एक्टिंग करती नज़र आती है| एक छोटे से रोल में ये दोनों कलाकार अपनी भूमिका के द्वारा लोगों का काफी ध्यान आकर्षित करते हैं| इनके अलावा राधिका आप्टे का भी छोटे सा रोल आप भूल नही पाओगे| बात करें टीनू आनंद और प्रतिमा काजमी की तो वह भी अपने अभिनय में नेचुरल ही दिखाई दी हैं|

निर्देशन में श्रीराम राघवन 'बदलापुर' और 'अंधाधुन' जैसी दो सुपरहिट फ़िल्म बनाने के 6 साल बाद वापसी कर रहे हैं| बाकि कलाकारों का रोल थोड़ा बढ़ा कर और इंटरवल के बाद कुछ सीन में थोड़ा ओर सस्पेंस डालकर इस थ्रिलर कहानी को और ज्यादा दमदार बनाया जा सकता था| इन छोटी-छोटी मिस्टेक को छोड़ दें तो निर्देशक अपना काम बख़ूबी निभाते नज़र आए हैं|

फ़िल्म में म्यूजिक का ज़िम्मा प्रीतम ने बहुत अच्छे से निभाया है| कहानी के हर सीन का बैकग्राउंड म्यूजिक आपको पसंद आने वाला है|

अंत में यही कहा जा सकता है कि अगर आप साउथ की थ्रिलर फिल्मों के शौकीन हैं और हिंदी सिनेमा की एक्टिंग का मजा लेना चाहते हैं तो 'मैरी क्रिसमस' मूवी आपको बिल्कुल भी निराश नही करेगी| साउथ के हीरो और हिंदी सिनेमा की खूबसूरत अदाकारा का यह कॉम्बो आपको थ्रिल, एक्शन और कॉमेडी का भरपूर मज़ा देने वाला है|

End of content

No more pages to load