निर्देशक: आदित्य दत्त
निर्माता: विद्युत जामवाल और अब्बास सैय्यद
रेटिंग: **1/2
हाल ही में विद्युत जामवाल स्टारर 'क्रैक' फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज़ कर दिया गया है| इसमें विद्युत के साथ अर्जुन रामपाल, नोरा फतेह और एमी जैक्सन जैसे कलाकार भी नज़र आए हैं| हिंदी सिनेमा में अपने शानदार एक्शन के लिए मशहूर विद्युत क्या अपने अभिनय से लोगों को दीवाना बना पाएंगें, ये सवाल सभी के मन में अभी भी बना हुआ है| आज हम आपके सामने इस मूवी का जबरदस्त रिव्यू लेकर आए हैं जिसको पढ़ने के बाद आपको अंदाज़ा लग जाएगा कि आदित्य दत्त निर्देशित यह फ़िल्म देखने लायक है भी या नही|
फ़िल्म 'क्रैक' की कहानी एक खतरनाक खेल (मैदान) से शुरू होती है| जिसमें सिद्धू (विद्युत जामवाल) का बड़ा भाई पहले ही हार कर जान गवा चुका होता है| अपने बड़े भाई के सपने को पूरा करने के लिए वह भी इस मौत के दल-दल में उतर जाता है| मैदान का मालिक देव (अर्जुन रामपाल) होता है जिसके हर एक दावं के बारे में पैट्रिका नोवाक (एमी जैकसन) पुलिस वाली को पहले ही पता होता है|
जब पैट्रिका, देव को पकड़ने में लगी होती है तो उसी समय सिद्धू अपने खेल को भूलकर पुलिस के हथे आ जाते हैं| यही से वह अपने भाई की मौत की वजह तलाशने में लग जाता है| कुछ समय बाद वह मैदान में वापसी करता है लेकिन फ़िर दौबारा उसको अपने बड़े भाई की मौत का ख़याल आता है| इसके बाद एंट्री होती है आलिया (नोरा फतेही) की, जो मैदान का सोशल मीडिया कार्य संभाल रही होती है|
यहाँ से फ़िल्म में सिद्धू और आलिया का सच्चे प्यार वाला लव एंगल शुरू हो जाता है| सिद्धू के प्यार में पागल आलिया देव को छोड़ कर चली जाती है| इस खेल के अंत में विद्युत अपने दमदार एक्शन का प्रदर्शन करते हुए देव के साथ फाइट करते दिखाई देते हैं| एक्शन की डबल डोज़ लेकर चल रही फ़िल्म 'क्रैक' में और क्या ख़ास है इसके लिए आप पूरा रिव्यू ध्यान से पढ़ना होगा|
फ़िल्म कैसी है इस बारे में हम कहेंगें कि विद्युत और अर्जुन जब शर्टलेस होकर फाइट करते हैं तो फ़िल्म देखने आई लड़कियां उनकी दीवानी हो जाती हैं| लेकिन एक्टिंग में मूवी हर जगह निराश ही करती दिखाई देती है| नोरा के फैन्स को भी इस बार उनके आईटम सॉंग की याद आएगी| क्योंकि 'क्रैक' में उनको अपना हॉट फ़िगर दिखाने का मौका ही नही मिल पाता है|
फिल्म की लिखावट और डायलॉग बहुत ज्यादा कमजोर दिखाई देते हैं। एक्शन स्टार विद्युत ने मुंबइया भाषा बोलने की कोशिश तो की है लेकिन उसको अच्छे से पकड़ने में कामयाब नही हो पाए हैं| सिर्फ़ एक लाइन में बताएं तो अगर एक्शन को छोड़ दिया जाए तो फ़िल्म में कुछ भी देखने लायक नही है|
फ़िल्म 'क्रैक' में विद्युत के एक्शन सीन ने जान डाल दी है, इस पक्ष में वह हर बार की तरह टॉप क्लास दिखाई दिए हैं| लेकिन अगर अभिनय की बात करें तो उसमें आपको उनका किरदार निराश कर सकता है| नोरा पर्दे पर कम समय के लिए आई है लेकिन वहां पर भी वह लोगों को लुभा नही पाई| एमी जैकसन भी अभिनय से ज्यादा एक्शन में मजेदार नज़र आए हैं| अगर बात करें अर्जुन रामपाल के अभिनय की तो वह अकेले कलाकार हैं जो एक्टिंग और एक्शन दोनों पक्ष में दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करते नज़र आए हैं|
अगर एक्शन के नजरिये से देखा जाए तो आदित्य दत्त ने पूरी स्टार कास्ट से अच्छा काम लिया है| फ़िल्म में कुछ सीन आपको फ़ालतू के लग सकते हैं लेकिन जो लोग ऐसा कंटेंट पसंद करते हैं उनको इसमें मजा भी आने वाला है|
अंत में यही कहा जा सकता है कि अगर आप विद्युत जामवाल की एक्शन फिल्मों के दीवाने हैं तो 'क्रैक' फिल्म एक बार आपको जरुर देखनी चाहिए| इसके ट्रेन और विमान वाले स्टंट आपको काफी ज्यादा पसंद आएंगें| लेकिन अगर आप नोरा की हाय गर्मी के दीवाने हैं तो यह फ़िल्म आपको निराश करेगी| क्योंकि इसमें अभिनेत्री को अपने जिस्म को फ्लोंट करने का कुछ खास मौका नही मिला है|