उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा, "भारी मन से हम डॉ. मनमोहन सिंह को विदा कर रहे हैं, जो एक दूरदर्शी नेता थे, जिनके प्रभावशाली कार्यों ने आधुनिक भारत को आकार दिया। उदारीकरण, वैश्वीकरण और निजीकरण के सूत्रधार के रूप में उन्होंने देश की क्षमता को उजागर किया और प्रगति के पथ पर अग्रसर किया। उनकी विनम्रता, ईमानदारी और समर्पण की मूल्यवान सीख आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी। आज भारत ने एक अनमोल रत्न खो दिया है, लेकिन उनकी विरासत हमारे साथ हमेशा जीवित रहेगी। आज स्वर्ग को एक सच्चा राजनेता मिल गया है। शांति से विश्राम करें, सर 💔"
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन भारत के राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य में एक शून्य छोड़ गया है, लेकिन उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उनके प्रति प्रत्यंचा नारळे की श्रद्धांजलि यह याद दिलाती है कि दूरदर्शी नेतृत्व कितना महत्वपूर्ण होता है और उन नेताओं का प्रभाव जो ईमानदारी और समर्पण के साथ राष्ट्र की सेवा करते हैं, कभी नहीं भुलाया जा सकता।