
प्रेस मीट के दौरान हंसी-मज़ाक, मजेदार बातचीत और दिल से निकली बातें सुनने को मिलीं। शो की स्टारकास्ट ने अपने-अपने किरदारों को लेकर दिलचस्प बातें शेयर कीं और बताया कि कैसे ये कहानी आम ज़िंदगी से जुड़ी हुई है, लेकिन फिर भी कुछ अलग है। प्रोसेनजीत चटर्जी, जो इस शो के ज़रिए हिंदी टेलीविज़न में बतौर प्रोड्यूसर अपना पहला कदम रख रहे हैं, अपनी खुशी छुपा नहीं पाए। उन्होंने कहा कि ये कहानी इमोशन्स से भरपूर है और हर दर्शक खुद को इससे जुड़ा हुआ महसूस करेगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस का सबसे मजेदार हिस्सा वो हल्का-फुल्का गेम था, जिसमें प्रोसेनजीत दादा और उदयवीर दादाजी की जोड़ी बनी और उन्हें खाने के नाम गेस करने थे। ये गेम न सिर्फ उनकी जुगलबंदी को दिखाता था, बल्कि उनकी फुर्ती और समझदारी की भी एक झलक देता था। माहौल और भी मजेदार तब हो गया जब उदय और कथा ने भी इस गेम में जोड़ी बनाकर हिस्सा लिया। दोनों की नोकझोंक और हंसी-मज़ाक ने वहां मौजूद हर किसी का दिल जीत लिया। पूरी प्रेस मीट इस गेम के बाद और भी रंगीन हो गई और ऑडियंस का एंटरटेनमेंट डबल हो गया।
ये शो अपने टाइटल की तरह ही एकदम खास है – जिसमें रिश्तों की मिठास भी है और थोड़ी सी कड़वाहट भी। इमोशंस, ड्रामा और फैमिली बॉन्डिंग का ऐसा ताज़ा मिक्स देखने को मिलेगा जो हर घर से जुड़ा हुआ लगेगा।
तो तैयार हो जाइए स्टार प्लस के नए शो ‘कभी नीम नीम कभी शहद शहद’ के लिए, जो बहुत जल्द आपकी स्क्रीन पर एक दिल को छू जाने वाली और अपनेपन से भरी कहानी लेकर आ रहा है।