हालिया ख़बरों के अनुसार, मल्लिका शेरावत के ऊपर आरोप लगा था कि उन्होंने 31 दिसंबर, 2006 को मुंबई में नव वर्ष की पूर्व संध्या पर आयोजित पार्टी में 'अश्लील' नृत्य किया था। मल्लिका पर ये आरोप लगते हुए बड़ौदा बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र तिवारी ने उनके खिलाफ मामला दर्ज करा कर 'गैर ज़मानती वारंट' की मांग की थी।
बताया जाता हैं कि इसके बाद वडोदरा की एक स्थानीय अदालत ने मल्लिका के खिलाफ अश्लीलता फैलाने के मामले में गैर ज़मानती वारंट जारी कर उन्हें अदालत में पेश होने का आदेश दिया था।
मल्लिका के खिलाफ जारी किये गए इस 'गैर ज़मानती वारंट' के बारे में अपना पक्ष रखते हुए मल्लिका के कानूनी सलाहकारों का कहना हैं कि उन्हें अभी तक वडोदरा अदालत द्वारा भेज गया कोई भी औपचारिक आदेश नहीं मिला हैं।
इस बात को स्पष्ट करते हुए मल्लिका के क़ानूनी अधिकारियों का कहना हैं कि मल्लिका लम्बे समय से भारत में नहीं थी, और इस बीच उन्हें न ही तो कोई सम्मन जारी किया गया हैं, और न ही किसी प्रकार का 'गैर ज़मानती वारंट' भेज गया हैं।