उन्होंने कहा, "हमने उनसे काफी कुछ सीखा है। मैंने अपने करियर के शुरुआती दौर में फिल्म 'इसी का नाम जिंदगी' में उनके साथ काम किया था। वह अपनी हर फिल्म के 'प्राण' थे।"
गत 12 जुलाई को 93 साल की उम्र में प्राण का निधन हो गया। उन्होंने अपने 60 साल से लंबे फिल्मी करियर में 400 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। फिल्म 'मधुमति' और 'राम और श्याम' में उनके द्वारा निभाई गई खलनायक की भूमिकाएं यादगार हैं।
आमिर कहते हैं कि बचपन में वह प्राण का नाम सुनकर ही डर जाया करते थे। उन्होंने कहा, "प्राण साहब के अभिनय का प्रभाव यह था कि बचपन में जब किसी फिल्म के साथ प्राण साहब का नाम आता था, मैं सिहर जाता था। भारतीय सिनेमा में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।"