उन्होंने आईएएनएस से कहा, "मुझे ग्लैमर पसंद है लेकिन मेरी प्राथमिकता हमेशा प्रतिभा रहेगी। ग्लैमर प्रतिभा उत्पन्न नहीं कर सकता। लेकिन प्रतिभा ग्लैमर पैदा कर सकती है। ग्लैमर किसी व्यक्ति का व्यवहार या यहां तक कि उसकी मुस्कुराहट हो सकती है।"
सुखविंदर प्रतिभा को महत्व देते हैं इसलिए वह किसी रिएलिटी कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनना चाहते।
उन्होंने कहा, "कुछ प्रतिभागी बहुत प्रतिभाशाली होते हैं लेकिन जब वे अपनी प्रतिभा को नाटकीय ढंग से पेश करने लगते हैं, तो यह बात मुझे पसंद नहीं आती। नाटकीयता प्रतिभागियों के लिए भी बुरी है क्योंकि इससे तनाव व अति प्रतिक्रियावाद उपजता है।"
सुखविंदर ने 'चल छैंया छैंया', 'हुड़ हुड़ दबंग', 'मरजानी' और 'दर्द-ए-डिस्को' जैसे सफल गीत दिए हैं लेकिन उन्हें नृत्य आधारित गीत ज्यादा पसंद हैं।