"पहले जब फिल्म के निर्देशक देबरति गुप्ता ने 'होइचोइ' के लिए मुझे रोल का प्रस्ताव दिया तो मैं बहुत घबरा गई थी। मैंने पहले भी निर्देशकों को मुझे सेट पर निर्देशित करते हुए देखा था। लेकिन इस तरह के किरदार के लिए नहीं। मेरे पास इस किरदार को करने के लिए केवल एक ही प्रेरणा थी और वह थे महेश भट्ट साहब। मैंने पूरी तरह से उनकी नक़ल की और उसमे अपना टच दे दिया।"
पाओलि फिल्म के बारे में चर्चा करते हुए कहती हैं, "'होइचोइ' थिएटर के ऐसे युवा अभिनेताओं और उनके संघर्ष की कहानी हैं जो समाज में अपनी छाप छोड़ते हैं।"
फिल्म निर्माता देबरती गुप्ता ने एक ऐसी फिल्म बनाने की सोची थी जो बंगाल के ग्रुप थिएटर का परिचय कराती हैं। 'होइचोइ' दर्शकों की उम्मीदों को बढ़ाती हैं। फिल्म के स्टार कास्ट के पोस्टर भी बड़े आकर्षक हैं जो फिल्म की रिलीज़ से पहले अपनी एक लहर बनाने में कामयाब रहे हैं।