शाहरुख को हॉलीवुड फिल्मों में भारतीय कलाकारों को दी जाने वाली परंपरागत भूमिकाओं में ज़रा भी रुचि नहीं है। वह कहते हैं, "हॉलीवुड फिल्मों में अपने भारतीय रंग-रूप, अंग्रेजी बोलने के अंदाज़ और अभिनय शैली से अलग भूमिका पाना बड़ा कठिन काम है।"
बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख ने अपने जीवन का महत्वपूर्ण भाग हिंदी सिनेमा को दिया हैं। जिसमें उन्होंने एक से बढ़ कर एक उम्दा फ़िल्में फिल्म इंडस्ट्री को दी हैं। उनके प्रशंसक जितने भारत में हैं उतने ही भारत के बहार भी हैं। यहाँ तक कि उन्हें भारत के बहार हिंदी सिनेमा के चिन्ह के रूप में जाना जाता हैं।"
लेकिन किंग खान' को लगता है कि जो ख़ासियत हॉलीवुड फिल्मों में काम करने के लिए चाहिए वह उनमें नहीं है। शाहरुख कहते हैं, "मैं प्रशंसकों की संख्या के आधार पर यह बात नहीं कह रहा। मेरा मानना है कि मैं जिस तरह की भूमिका हॉलीवुड की फिल्मों में करना चाहता हूं। वे ऐसी हों कि उनपर भारत गर्व करे और उस तरह की भूमिकाओं के हिसाब से मेरा रंग-रूप, मेरे बोलने का अंदाज़, मेरा अभिनय, मेरी उम्र सटीक नहीं है। तो उस तरह की भूमिका मिलना बड़ा मुश्किल है।"
वह आगे कहते हैं, "मेरा मतलब है कि आप इतने बड़े फिल्मोद्योग में जाकर यह नहीं कह सकते कि एक 47 साल के अभिनेता के लिए जिसका रंग सावंला है, अजीब से बाल हैं, ऐसे अभिनय करता है, थोड़ा बहुत नाच लेता है, उसके लिए कोई कहानी लिखिए और उसकी भूमिका पर भारतीयों को नाज़ हो। मेरे लिए उन फिल्मों की ख़ासियत जुटा पाना बहुत बड़ी बात है। शाहरुख हालांकि अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों में काम कर चुके भारतीय कलाकारों की तारीफ करते हैं। उन्होंने कहा कि वे उनके सफल करियर की कामना करते हैं।"