एक साक्षात्कार में सुजीत ने आईएएनएस को बताया, "मैं कब्ज पर एक फिल्म बनाना चाहता हूं। मैं इसकी पटकथा पर काम कर रहा हूं।"
वैसे फिल्म की शैली अभी निश्चित नहीं है लेकिन फिल्म में हास्य का अंश रहेगा।
सुजीत ने कहा, "मैं नहीं जानता कि यह हास्य फिल्म होगी या नही, लेकिन इसे हास्यात्मक तरीके से दिखाया जाएगा।"
सुजीत की पहली फिल्म 'यहां' की कहानी कश्मीर पर आधारित थी। इस फिल्म के लिए उनकी काफी प्रशंसा हुई थी। उन्होंने 'विकी डोनर' से लोगों को खूब हंसाया जिसमें शुक्राणु दान करने जैसे मुद्दे को उठाया गया था।
सुजीत रोमांचक कहानियों पर फिल्में बनाना पसंद करते हैं। हाल ही में उनकी फिल्म 'मद्रास कैफे' प्रदर्शित हुई है। उनका मानना है कि ऐसे विषयों पर फिल्में बनाने में वह माहिर हैं।
उन्होंने कहा, "मैं विषय के बारे में जानता था। मैंने सोचा कि यह रोमांचक कहानी है जिसे लोगों के सामने लाना चाहिए। इस तरह मैंने 'मद्रास कैफे' की पटकथा पर काम किया।"
सुजीत की फिल्में सफल हुई हैं लेकिन अभी वह हिट फिल्म का मजा चखना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, "मैं फिल्मों की अलग-अलग शैलियों पर काम करना पसंद करता हूं। मेरे पास फिल्म हिट करने का मंत्र नहीं है। मैं इसके लिए भी प्रयास कर रहा हूं।"
सुजीत ने कहा 'मद्रास कैफे' के अभिनेता और नायक जॉन अब्राहम के साथ काम करना अच्छा लगा।
उन्होंने कहा, "जॉन ने कभी मेरे काम में दखल नहीं दिया। विपणन के लिए मैं उनके ऊपर निर्भर था क्योंकि मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं थी। उम्मीद करता हूं कि जॉन के साथ और अच्छी फिल्में बनाता रहूंगा।"