अक्सर देखा जाता हैं, कि जब भी किसी अभिनेत्री के बिकिनी पहनने का नंबर आता है, तो वह जिम में पसीना बहाने के साथ-साथ खाना-पीना बंद कर देती है। लेकिन सोहा ने ऐसा कुछ भी नहीं किया। यानी कि सोहा ने पहले से ही अपने आप को इतने अच्छे से व्यस्थित कर के रखा है कि उन्हें इन सब चीजों की जरुरत ही नहीं पड़ी।
सोहा इसके बारे में ज़िक्र करते हुए कहती है, "मैं अपनी किसी भी फ़िल्म में स्विमिंग पूल में नजर नहीं आई हूँ। इसीलिए स्वीमर पहनने की बात भी पहले नहीं आई। इस बार मुझे स्विम शूट और बिकिनी में से किसी एक को पहनने की बात कही गई थी। जिसे मैंने बाद में चुना। यह मेरे प्रोफेसनल वार्डरोब का एक हिस्सा है।"
वह आगे कहती है, "मैं पानी से प्यार करती हूँ और मैंने बहुत स्विमिंग की है। इसीलिए मैं इस शूट के दौरान असहज नहीं थी। जैसे कि यह मेरे लिए पहली बार था तो मैं इस बात को लेकर थोड़ी सी नर्वस भी थी कि पता नहीं मैं अच्छी भी लगूंगी या नहीं। साथ ही ये मुझ से एक अनुरोध था जबरजस्ती नहीं करवाया गया। लेकिन यह बहुत ही प्राकृतिक लगा है जिसमें हमने सफलता भी पाई है।
वैसे अगर सोहा के बारे में बिकिनी की बात की जाए तो यह इतनी अजीब बात भी नहीं कही जा सकती क्योंकि, यह उनके लिए इतनी नई भी नहीं है। इस से पहले उनकी माँ शर्मीला टैगोर ने भी 1967 में फ़िल्म 'एन इवनिंग इन पेरिस' में बिकिनी पहन कर सनसनी फैला दी थी। जबकि उस समय में यह बेहद मुश्किल था।