कम उम्र से ही मोटरसाइकिल की सवारी करने वाली गुल ने कहा, "मुझे कभी किसी ने लड़कों जैसा व्यवहार करने वाली लड़की कहकर नहीं पुकारा।"
'धूप' और 'डोर' सरीखी फिल्मों में अभिनय कर चुकीं गुल ने एक ईमेल साक्षात्कार में आईएएनएस को बताया, "मुझे नहीं लगता कि मोटरसाइकिल चलाने से लड़कियां लड़कों जैसा व्यवहार करने लगती हैं। लड़कियों को क्या करना या नहीं करना चाहिए, यह बात किसे तय करनी चाहिए? मैं खुश हूं कि इस मामले में लकीर के फकीर लोगों को चुनौती दी जा रही है।"
35 वर्षीया अभिनेत्री ने कहा, "व्यक्ति जो कुछ करना चाहता है उसके लिए हमेशा समय निकाल सकता है। मैं सफर करती हूं। लेखन कार्य करती हूं और ब्लॉग लिखती हूं। मैं काम और अपने शौक में तालमेल रखने में समर्थ हूं।"
सिर्फ वही नहीं बल्कि उनके पति ऋषि अटारी भी अपनी व्यक्तिगत जिंदगी से अपने शौक पूरे करने के लिए समय निकालते हैं। उनके पति के भी यही शौक हैं, जिससे गुल के साहसिक कार्य और मजेदार बन जाते हैं।
इस युगल के लिए उत्साही होने का मतलब रचनात्मक और प्रगतिशील होना है।
दिलचस्प यात्राओं पर जाने के लिए जानीं जाने वाली गुल हाल में हिमाचल प्रदेश की लाहौल घाटी में एक चुनौतीपूर्ण सफर कर लौटीं।
उन्होंने कहा, "ऐडवेंचर से आशय हमेशा ही जोखिम लेने से है लेकिन इसका मतलब लापरवाह होना कतई नहीं है..मैं हमेशा पूरे राइडिंग गियर पहनकर ही सवारी करती हूं। यह मेरी रीढ़, कोहनी, घुटने और सिर की चोट से रक्षा करता है।"
यह अभिनेत्री 'मनोरमा सिक्स फीट अंडर', 'फैटसो', 'हैलो डार्लिग' और 'टर्निग 30' में भी अभिनय कर चुकी हैं।