बेले व्यू क्लीनिक की ओर से जारी नवीनतम रिपोर्ट में कहा गया है, "उनकी हालत पहले जैसी ही है। लगातार दी जा रही ऑक्सीजन थैरेपी, नेब्युलाइजेशन और फेफड़े की भौतिक चिकित्सा की मदद से उनकी ऑक्सीजन संतृप्तता संभल रही है।"
विज्ञप्ति में कहा गया है, "वह अभी भी बहुत कमजोर हैं।"
उनकी देखरेख में लगी सात सदस्यीय मेडिकल टीम के डॉक्टरों में से एक सुब्रत मैत्रा ने बताया, "इस वक्त उन्हें गैर-इनवेसिव वेंटीलेशन पर रखने की जरूरत नहीं है। उन्हें बहुत कमजोरी है, इसलिए हम इस विकल्प को नहीं चुन रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो हम इसका उपयोग करेंगे। वह अभी खतरे से बाहर नहीं हैं।"
82 वर्षीया सुचित्रा को 'दीप ज्वले जाइ' और 'उत्तर फाल्गुनी' सरीखी बांग्ला फिल्मों में उनके अभिनय के लिए जाना जाता है। वह हिंदी फिल्म 'देवदास', 'बंबई का बाबू' और 'ममता' में भी अभिनय कर चुकी हैं।