अपने एक दशक लंबे करियर में शेट्टी अब तक नौ फिल्में बना चुके हैं। उनकी फिल्मों में 'गोलमाल', 'सिंघम' और 'बोल बच्चन' शामिल हैं। उनकी पिछली फिल्म 'चेन्नई एक्सप्रेस' ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया।
उनकी फिल्मों में अक्सर अजय देवगन, करीना कपूर, संजय दत्त और शाहरुख खान सरीखे सितारे होते हैं।
ऐसे में नवोदितों के साथ फिल्म बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा, "यह बजट पर निर्भर करता है। आप नवोदितों के साथ 100 करोड़ रुपये की फिल्म नहीं बना सकते। विशेषकर तब जब पैसा आपका नहीं हो।"
शेट्टी ने मुंबई से फोन पर आईएएनएस को बताया, "मुझे अगर ऐसी पटकथा मिली जहां मुझे लगा कि नवांगतुक की जरूरत है और बजट कम है या जो भी है तो मैं यकीनन उन्हें लेकर फिल्म बनाऊंगा। लेकिन मुझे पहले पटकथा देखने की जरूरत है। मुझे यह महसूस होना चाहिए कि यह ठीक है और अब नवांगतुक को लेकर फिल्म बना सकता हूं।"
वह पिछले दस वर्षो से मारधाड़ से परिपूर्ण हास्य फिल्म शैली को अपनाए हुए हैं।
फिर चाहे उनकी 'गोलमाल' हो या 'सिंघम' हो या 'चेन्नई एक्सप्रेस'। ये सभी हास्य लेकिन साथ ही साथ मारधाड़ से भरी हुई हैं। शेट्टी का कहना है कि जब तक उन्हें महसूस नहीं होता कि अब कोई अन्य शैली अपनाई जाए तब तक ऐसी फिल्में बनाना जारी रखेंगे।
40 वर्षीय फिल्मनिर्देशक ने कहा, "मुझे अंदर से महसूस होना चाहिए। अगर यह भावना अंदर आई तो यकीनन में कुछ और करूंगा।"
क्या असफल होने का डर लगता है? इस सवाल पर उन्होंने कहा, "हां, मुझे नाकामयाबी से डर लगता है। आप जब एक फिल्म शुरू करते हैं तो यह डर हमेशा ही होता है और अंत तक रहता है।"
उन्होंने कहा, "आपको चीजों का विश्लेषण करने की जरूरत होती है। उससे भी बढ़कर आपको सकारात्मक रवैये की जरूरत होती है।"
जुनूनी फिल्मकार शेट्टी टेलीविजन से भी जुड़े रहे हैं।
क्या करियर के शिखर पर पहुंच गए हैं?
जवाब में शेट्टी ने कहा, "मेरे ख्याल से लंबा रास्ता तय करना है। मैंने अब तक जो कुछ पाया है वह सफर का सिर्फ एक हिस्सा है।"