वहीं इस फ़िल्म से एक निर्देशक के तौर पर शुरुआत कर रहे सौमी सेन कहते है, " आप कह सकते है कि यह मातृार्चल सोसाइटी है। मैं पुरुषों की नायक और खलनायक प्रवृत्ति के उलटे कुछ करना चाहता था। I यह बॉलीवुड में एक काल्पनिक विचार के जैसा है। जहाँ महिला हीरो और विलेन दोनों का ही किरदार निभा रही है।
सौमी सेन यह भी कहते है कि जब उन्होंने इस तरह के विचार को निर्माताओं के साथ बांटा तो उनका कहना था, "तुम एक एक्शन फ़िल्म बनाओगे और वो भी सिर्फ महिलाओं के साथ। ये कैसे चलेगी?"
आगे वह कहते है कि लेकिन जब इस बारे में माधुरी सामने आई तो सब कुछ बदल गया। जिसकी अगली चुनौती थी फ़िल्म के लिए महिला कास्ट ढूँढना जो बिना बॉडी डबल के एक्शन सीन कर सके। और जब मैंने ये शर्त रखी तो बहुत सी अभिनेत्रियों ने मना कर दिया था।
निर्देशक सौमिक सेन ने अपनी इस फ़िल्म के बारे में जानकारी देते हुए यह भी कहते है कि इस फ़िल्म की शूटिंग मातृार्चल सोसाइटी में की गई है। माधुरी और जूही के मुख्य किरदारों वाली यह फ़िल्म महिलाओं के एक सामाजिक कार्यकर्ता ग्रुप 'गुलाब गैंग' पर ही आधारित है। जो 7 मार्च को रिलीज होगी।