श्रेया ने यहां मंगलवार को एलबम लांच के मौके पर कहा, "मैं गजलों की प्रशंसक रही हूं, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि इसे गैर-फिल्मी जगत में उतरने के लिए अपने पहले कदम के रूप में चुनूंगी।"
श्रेया कहती हैं कि गजलें उन्हें कुछ ऐसा करने का मौका देती हैं जो वह फिल्मों में नहीं कर सकती।
गायिका ने कहा, "उर्दू शायरी की अपनी खूबसूरती और अपना असर है। मैं फिल्मों में राग आधारित गायकी नहीं कर सकती और यहां तक कि फिल्मों में उसकी उम्मीद भी नहीं करती।"
श्रेया ने अपने करियर की शुरुआत क्षेत्रीय संगीत एलबम और भक्ति गीतों से की। उन्होंने अपना पहला फिल्मी गीत संजय लीला भंसाली की फिल्म 'देवदास' (बैरी पिया) में गाया। उस वक्त वह महज 16 साल की थीं।