फिल्मकार-अभिनेता नागेश कुकुनूर की हालिया प्रदर्शित फिल्म 'लक्ष्मी' ने समीक्षकों से तारीफें पाई हैं। फिल्म मानव तस्करी और बाल देह व्यापार के बारे में है। कुकुनूर कहते हैं कि वह फिल्मों में दर्शकों को एक विकल्प देने की जद्दोजहद करते हैं क्योंकि दोहराव से दर्शक ऊब सकते हैं। कुकुनूर 'रॉकफोर्ड', 'इकबाल', 'डोर' और 'मोड़' जैसी अलग-अगल फिल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं।
उन्होंने यहां सोमवार को एनआरआई ऑफ द ईयर पुरस्कार समारोह के दौरान कहा, "मेरा हमेशा ही विचार रहा है कि दर्शकों को विकल्प देने चाहिए। हम अगर एक जैसी फिल्में बनाते हैं तो दर्शक आगे नहीं बढ़ेंगे और अलग-अलग चीजों का अनुभव नहीं पाएंगे।"
फिल्मकार ने 'लक्ष्मी' को सिनेमाघरों तक लाने में कड़ी मेहनत की है। वह अब आराम करना चाहते हैं।
कुकुनूर ने कहा, "दर्शकों तक पहुंचना बहुत कठिन है खासकर लघु फिल्मों के लिए, जैसे लक्ष्मी को एक साल लग गया। मैं बहुत थक गया हूं..मैं अब कुछ सप्ताह का ब्रेक लूंगा और तब अपनी अगली फिल्म के बारे में सोचूंगा।"
'लक्ष्मी' को जनवरी में पाम स्प्रिंग्स अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव में सर्वश्रेष्ठ कहानी के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म दर्शक पुरस्कार के सम्मान से नवाजा गया था।
Wednesday, March 26, 2014 16:53 IST