नजीओ 'मिजवान' अभिनेत्री शबाना आजमी ने अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार समारोह (आइफा) के 'गर्ल राइजिंग प्रोजेक्ट ' सत्र में हिस्सा लिया। जहाँ उन्होंने महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ अपने विचार प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ़ हिंसा बर्दाश्त नही करनी चाहिए।
वह कहती हैं, "मुझे दुख होता है (तथ्य के बारे में जानकर) कि शादी में हिंसक स्थिति के बारे में जानकर भी महिलाओं से गुजर करने को कहा जाता है। शादी बरकरार रखने पर दबाव होता है। मुझे लगता है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए। बहरहाल, अदाकारा यह देखकर खुश हैं कि महिलाओं की राजनीति, कॉरपोरेट और अन्य सभी क्षेत्रों में मौजूदगी है। "
उन्होंने कहा, हर जगह महिलाओं की मौजूदगी के बावजूद यह दुखद है कि भारत में कन्याभ्रूण हत्या न केवल ग्रामीण इलाके में बल्कि दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में भी होती है।
महिलाओं के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त न करें: शबाना आजमी
Saturday, April 26, 2014 17:32 IST
