जॉन ने एक साक्षात्कार में बताया कि आने वाली फिल्म दिवंगत भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी सिबदास भादुड़ी के जीवन की वास्तविक और प्रेरणादायक कहानी है। जो ऐतिहासिक 1911 आईएफए शील्ड के अंतिम मैच में मोहन बागान टीम के कैप्टन थे। इस मैच में मोहन बगान टीम ईस्ट यॉर्कशायर रेजीमेंट टीम को हराकर एशिया की विजयी टीम के रूप में उभरी थी।
जॉन इस फिल्म के निर्माता ही नहीं हैं, बल्कि खुद भी इसमें अभिनय कर रहे हैं और उन्होंने फिल्म में वास्तविकता लाने के लिए वास्तविक फुटबाल खिलाड़ियों को लिया है।
जॉन ने बताया, "यह एक अच्छा विचार है। मुझे लगता है कि यह विचार बढ़िया है। लेकिन फिल्म के कलाकार इस समय असल फुटबॉल सितारे हैं , फिल्म सितारे वे बाद में होंगे। जो खिलाड़ी इस समय फीफा विश्व कप में व्यस्त हैं, उनके समक्ष हम बाद में फिल्म का प्रस्ताव रख सकते हैं।"
जॉन को आशा है कि निर्देशक शूजीत सरकार के साथ उनकी तीसरी फिल्म '1911' भी पहली दो फिल्मों 'विक्की डोनर' और 'मद्रास कैफे' की ही तरह सफल रहेगी। उन्होंने कहा कि उनकी नई फिल्म भी पिछली दोनों फिल्मों की तरह ही एक अलग फिल्म होगी। उनकी पिछली दोनों फिल्में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की अलग -अलग श्रेणियों में पुरस्कृत की गई थीं।
जॉन ने कहा, "जब लोगों ने मुझसे 'विक्की डोनर' और 'मद्रास कैफे' के बारे में पूछा था, तब भी मैंने कहा था कि यह अलग तरह की फिल्में हैं, लेकिन लोग तब तक इस बात को समझ नहीं पाए, जब तक उन्होंने फिल्में नहीं देखीं। मेरा कहना है कि '1911' पहली भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म होगी।"