हेमा ने मुंबई से न्यूयॉर्क जाते समय रास्ते में अपने बारे में हो रही आलोचनाओं का ट्वीट कर स्पष्टीकरण दिया। उल्लेखनीय है कि उनके संसदीय क्षेत्र के आक्रोशित मतदाताओं ने शहर में उनके लापता होने के पोस्टर चिपका दिए थे।
हेमा ने कहा, "मैंने पहले भी कहा था कि क्षेत्र में कुछ असंतुष्ट लोग मेरे खिलाफ अभियान चला रहे हैं। मैं चिंतित नहीं हूं! मेरी आत्मा साफ है। मैं जहां भी हूं अपने क्षेत्र के लोगों के लिए काम कर रही हूं।"
उन्होंने कहा कि वे अपने वादे पर हमेशा अडिग रहने वाली इंसान हैं। उन्होंने कहा, "मैं मथुरा वासियों को किए वादे को पूरा करूंगी। विकास के अपने वादे पर मैं वचनबद्ध हूं और मैं ऐसा दिखावे के लिए नहीं कर रही हूं । मैं दिखा दूंगी कि मैं मूल्यों से बंधी इंसान हूं। मैं ऐसे ही परिवेश में पली-बढ़ी हूं।" हेमा ने कहा कि अपनी प्रतिबद्धता के कारण ही वे अमेरिका जा रही हैं। पिछले साल जब वह अमेरिका में थीं, तब कई तरीकों से मथुरा की प्रगति के लिए उन्होंने प्रयास किया था। लंदन से भारत आते समय उन्होंने लिखा था, "मैंने लंदन में मथुरा के लिए बहुत कुछ हासिल किया। आंखों के बेहतरीन चिकित्सक मथुरा में शिविर लगाने के लिए तैयार हैं। मैंने आप लोगों को ट्रस्ट के बारे में बताया था । क्योंकि भारत में मैं उसके समकक्ष एक ट्रस्ट शुरू करने वाली हूं, ताकि मथुरा के विकास के लिए धन एकत्रित किया जा सके।"
उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया, "गडकरी जी ने मुझसे कहा है कि केंद्र से अनुदान मिलते ही सड़कों के सुधार का काम शुरू हो जाएगा। मैंने मथुरा में एक कार्यालय बनाने की भी बात की है, जहां से मैं कामकाज पर निगाह रखूंगी। जल्द ही मेहनत रंग लाएगी।"
महंगाई के लिए हेमा ने देश में सूखे को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "आपको लगता है कि महंगाई केवल मथुरा में ही है? यह पूरे देश में है और हर कोई इसे झेल रहा है। देश में सूखे की स्थिति ही इसके लिए जिम्मेदार है, कोई सरकार या सांसद नहीं!"