हालंकि प्रियंका चोपड़ा ने जो मसल्स फिल्म 'मैरी कॉम' के लिए बनाई थी, वह उन्होंने अपनी अगली फिल्म 'दिल धड़कने दो' की शूटिंग के लिए घटा दी थी, लेकिन उनका मानना है कि अब वह पहले से कहीं ज्यादा चुस्त-दुरुस्त महसूस करती हैं, और वह अब किसी को भी हरा सकती हैं।
'मैरी कॉम' की प्रोमोशन इवेंट के दौरान उन्होंने कहा, "आज मैं किसी को भी पीट सकती हूँ, मैं आज बहुत तंदरुस्त महसूस करती हूँ।" प्रियंका का कहना है कि हालाँकि फिल्म 'मैरी कॉम' के लिए मेहनत करना बहुत थकाने वाला था लेकिन यह इस मेहनत के काबिल थी। मसल्स बनाने से आप सशक्त महसूस नहीं करते बल्कि मजबूत महसूस करते हैं। मैंने किया। हालाँकि अब मैंने अपने सभी मसल्स घटा दिए हैं, लेकिन मैं अभी भी मजबूत महसूस करती हूँ। मुझे अभी भी उन्ही मसल्स के होने का अनुभव है।"
वह कहती हैं, "मसल्स तो बहुत ही आम बात है, उन्होंने मेरे लिए ईमानदारी से जो काम किया है वह है खेल सिखाना। मैंने अपने जीवन में कभी भी खेल नही सीखा। मेरे लिए इस पूरे खेल को सीखना ही एक बड़ी चुनौती थी।"
"आज आप मुझे एक बॉक्सिंग रिंग में छोड़ सकते हैं। हो सकता है कि आज मैं दूसरे बॉस्कर को ना हरा पाऊं, लेकिन मैं उसे एक कड़ी टक्कर जरूर दे सकती हूँ। मैंने इसे काफी सीखा है।"
इसके अलावा प्रियंका का यह भी मानना है कि हर महिला को अपनी सुरक्षा के लिए कुछ ना कुछ जरूर सीखना चाहिए। "मुझे लगता है कि लड़कियों को वह करने में जो वह करना चाहती हैं सक्षम होना चाहिए, ना कि अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित। लेकिन मुझे लगता है कि आज जिस संसार में हम रह रहे हैं, इसमें जब तक बनाए गए कायदे और कानून लागू नहीं होंगे, तब तक हमारे लिए आत्म-सुरक्षा और आत्मविश्वास की काफी जरूरत है।
हो सकता है कि आप उस लड़के को जो आपकी तरफ गलत भावना से आ रहा हो उसे पीटने में कामयाब ना हो, लेकिन आप लड़ने के लिए पूरी तरह से सक्षम होंगी। और यह कुछ लोगों को डराने के लिए काफी हद तक कामयाब है। इसलिए आपको इसके लिए लड़ने की सामर्थ्य मिलेगी और आप कह सकेंगी कि आप मेरा इस तरह से फायदा नहीं उठा सकते। इस तरह की कुछ ताकत तो जिम से आती है। लेकिन कुछ के लिए आपको व्यक्तिगत तौर पर खोजना होगा। मेरे लिए, यह चुस्ती खेल से आई है।"
उमंग कुमार द्वारा निर्देशित इस फिल्म को टीचर्स डे पर रिलीज किया जाएगा।