गौरतलब है कि हैदराबाद में पली बढी तब्बू कभी यह सोचा करती थीं कि कहानियों की तरह उनकी असल ज़िंदगी में भी कोई राजकुमार सफेद घोडे पर बैठकर आयेगा और उनके कदमों में बैठकर उनसे साथ चलने की पेशकश करेगा । लेकिन 16 वर्ष की उम्र में हैदराबाद से मुंबई आईं तब्बू ने बॉलीवुड की हरदिल अज़ीज़ नायिका बनकर सपनों के जहां को छोड वास्तविकता के धरातल से नाता जोड लिया।
तब्बू का कहना है, "ऐसा नहीं है कि राजकुमार नहीं आते, आते हैं लेकिन सिर्फ फिल्मों में । मैं यह नहीं कहती कि शादी ज़रूरी नहीं। शादी ज़िंदगी का अहम पहलू है। मैं इस बात से भी इंकार नहीं करती कि प्रकृति ने कुछ ऐसी रवायतें बनाई है जिसके अनुसार हम किसी ऐसे के साथ रहें जो हमारी ज़िंदगी में खुशियों का पर्याय हो । लेकिन हां अब मैं इस बात को अच्छी तरह समझ चुकी हूं कि अगर आप किसी के साथ हैं तो उचित कारणों से रहें ना कि सिर्फ इसलिए क्योंकि समाज ने हमारे लिए यह परंपराएं बनाई हैं ।
यह बात वाकई दिलचस्प है कि बॉलीवुड में अपनी फिल्मों से अपनी एक अलग पहचान बना चुकीं तब्बू का अकेलापन हर कोई बांटना चाहता है लेकिन ज़रूरी बात यह है कि तब्बू किसके साथ अपनी ज़िंदगी बांटना चाहती हैं।
यह एक बहुत बडा मसला है जिसका निदान खुद तब्बू करें तो बेहतर है। हां उनके दर्शक उनकी अगली फिल्म 'हैदर' में उनके एक अनोखे रूप से ज़रूर रुबरु हो सकते हैं। मशहूर फिल्मकार तथा संगीतकार विशाल भारद्वाज के निर्देशन में बनीं फिल्म 'हैदर' के मुख्य कलाकार हैं शाहिद कपूर, तब्बू, श्रद्धा कपूर तथा के के मेनन । यह फिल्म 2 अक्टूबर को पूरे भारत के सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।