निर्देशक: फराह खान
रेटिंग: ** 1/2
हमेशा मनोरंजन और मसाले से भरपूर फिल्मों को बनाने के लिए जानी जाने वाली फरहा खान एक बार फिर से अपने पसंदीदा अभिनेता शाहरुख के साथ फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' लेकर सिने-स्क्रीन पर हाजिर है और इस बार भी उनकी यह फिल्म उनकी पुरानी फिल्मों की ही तरह मनोरंजन के तड़के से भरपूर है, हालाँकि फिल्म में कुछ नया ढूंढने और दिमाग लगाने की कोशिश में मनोरंजन को मिस किया जा सकता है।
फिल्म की कहानी हीरा चुराने की योजना बना रहे पांच चोरो की है। जिनमें चंद्र मोहन उर्फ़ चार्ली (शाहरुख खान) इस गैंग के बॉस हैं, और चार्ली के बाकी साथियों में नंदू भिड़े (अभिषेक बच्चन) जो एक टपोरी है, डैनी, तिजोरी खोलने में माहिर (बोमन ईरानी), बम बनाने में माहिर जग मोहन प्रकाश (सोनू सूद) और उसका कंप्यूटर हैकिंग में उस्ताद भतीजा रोहन सिंह (विवान शाह), और खूबसूरत बार डांसर, और इनकी डांस टीचर मोहिनी (दीपिका पादुकोण)।
ये हीरा चुराना तो चाहते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें दुबई जाने जाने की जरूरत है और इसके लिए उन्हें रास्ता ढूंढना है, जो उन्हें मिलता है डांस कॉम्पिटिशन से जिसमें ये डांसिंग से दूर-दूर तक कोई रिश्ता ना रखने वाले चोर हिस्सा लेने की योजना बनाते हैं। इसी विषय के चारों और घूमती कहानी है 'हैप्पी न्यू ईयर'।
फिल्म में देशभक्ति और मनोरंजन की भरपूर खुराक है। लेकिन अगर आप इसमें दिमाग का प्रयोग करते हैं तो शायद फिल्म में मनोरंजन कम और उलझन ज्यादा नजर आएगी।
परफॉर्मेंस की बात करें तो, वैसे तो फिल्म में शाहरुख का काफी दब-दबा है और वह फिल्म के मुख्य किरदार हैं लेकिन बावजूद इसके, इस पूरे ड्रामे में सबसे ज्यादा जो चमकते हैं, वह है अभिषेक बच्चन और दीपिका पादुकोण, यहाँ तक कि अभिषेक के लिए तो इसे उनकी अब तक की सबसे उम्दा परफॉर्मेंस भी कहा जा सकता है। फिल्म को देख कर कहा जा सकता है कि अभिषेक बच्चन काफी आत्मविश्वासी अभिनेता बन गए हैं। वह अपने नंदू भिड़े के किरदार में हर बार गुदगुदाने में कामयाब रहे हैं।
वहीं फिल्म में दीपिका की उपस्थिति भावनात्मक और रोमांटिक स्तर को ऊँचा कर देती है। उन्होंने हर बार की तरह इस बार भी काफी अच्छा अभिनय किया है। साथ ही फिल्म के सबसे युवा और नवोदित कलाकार विवान शाह भी फिल्म में काफी मनोरंजक सांचे में हैं और दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने में कामयाब हैं।
सोनू सूद ने हर बार की ही तरह इस बार भी अपने शर्टलेस अंदाज में परफॉर्मेंस दी है। वहीं बोमन ईरानी भी ऐसे किसी खास किरदार में नही हैं जिसमें उन्हें पहले कभी ना देखा गया हो। जैकी श्रॉफ कुछ खास नहीं हैं।
हालाँकि फिल्म में मजेदार डायलॉग, उलटे-सीधे उच्चारण काफी मजेदार लाइने, जैसे काफी मनोरंजक कारक शामिल किया गया है। वहीं मनुष नंदन द्वारा दिए गए फ्रेम्स और चमकते हुए इफेक्ट्स भी काफी रचनात्मक हैं। दुबई के खूबसूरत दृश्यों को काफी अच्छे से दिखाया गया है। लेकिन अगर फिल्म की स्क्रिप्ट की बात की जाए तो उसका पहले से ही पूर्वानुमान काफी आसानी से लगाया जा सकता है।
अगर फिल्म के बारे में संक्षिप्त में कहा जाए तो फिल्म के सकारत्मक पहलु हैं फिल्म के मल्टी स्टार्स का एक साथ होना और इसके खूबसूरत दृश्य, लेकिन फिल्म का कमजोर पक्ष है इसकी कहानी, जिसमें कुछ भी नया नहीं है।