अभिषेक कहते हैं, "मुझे लगता है, जो भी वहां उपस्थित थे उन्हें सच के बारे में जानकारी है। अब जब सच बाहर आ ही गया है, तो जिन्होंने इसे फैलाया है, अब कुछ मूर्खों जैसे नजर आ रहे हैं। मीडिया का यह कर्तव्य है कि उन्हें संवेदनात्मक खबरों को जिम्मेवारी पूर्वक पेश करना चाहिए क्योंकि वे खतरनाक हो सकती है। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थिति है और इसे नजरअंदाज किया जा सकता था।"
फरहा खान निर्देशित इस फिल्म में, अभिषेक ने एक टपोरी का किरदार निभाया है, और उनके इस किरदार को बेहद तारीफें भी मिली है। अपने इस किरदार के बारे में अभिषेक का कहना है कि उन्हें यह किरदार इसकी मासूमियत और सादगी के कारण पसंद आया।
अभिषेक कहते हैं, "जब मैंने नंदू भिड़े के बारे में सुना तभी मुझे पता था कि यह बेहद प्यारा किरदार होगा। यह एक बेहद अलग किरदार था। इसमें एक सादगी थी, जो बहुत आकर्षक थी। मुझे वह बच्चे के जैसा किरदार बेहद पसंद आया। विक्की और नंदू के डबल किरदार को निभाना बेहद चुनौतीपूर्ण था।"