आर्य ने कहा, "मुझे यह तो मानना ही पड़ेगा कि वह मेरे लिए चौंकाने वाला पल था। पुनीत जी, जो मुङो बेटा कहते हैं और जिन्हें मैं बचपन से जानता हूं, उनके पांव छूता हूं, सोचिए उन्होंने इस तरह का व्यवहार मेरे साथ किया। वह मेरे पिता समान हैं, लेकिन उन्होंने आस्तीन के सांप जैसा व्यवहार किया।"
पुनीत के व्यवहार से आर्य काफी दुखी हैं, लेकिन उन्होंने कहा, "उनके व्यवहार से सदमा पहुंचा, लेकिन मैंने उन्हें माफ कर दिया है। क्या बिग बॉस में वोट पाने के लिए कोई सदस्य ऐसा करता है?"
इस पर आर्य ने कहा, "मेरे माता-पिता ने मुझे यह नहीं सिखाया कि महिलाओं को गाली दो, या सार्वजनिक रूप से किसी इंसान के साथ बुरा व्यवहार करो। क्या करें, यह मेरा स्वभाव नहीं है। कोई बात नहीं, मुझे घर से बाहर होने का अफसोस नहीं है, मैं ठीक समय पर निकल गया।"
उन्होंने आगे कहा, "बाकी मैं कहना चाहूंगा कि यह एक अच्छा शो है। आपको काफी कुछ सीखने को मिलता है।" आर्य ने कहा कि बिग बॉस में जाने का उनका मकसद अपनी किताब के लिए लोगों का ध्यान आकर्षित करना था, जो जनवरी में आएगी।
उन्होंने कहा, "बिग बॉस के घर में उपेन पटेल मेरा अच्छा दोस्त बना। हमारी दोस्ती ताउम्र बनी रहेगी। यदि मैं वहां एक भी दोस्त बनाने में कामयाब रहा हूं, तो यही मेरी सफलता है।"
आर्य ने कहा कि बिग बॉस के घर से वह समझदार इंसान के रूप में बाहर आए हैं।