प्रियंका की यह प्रतिक्रिया विश्व सुंदरी प्रतियोगिता के आयोजकों द्वारा अगले साल से बिकिनी दौर की प्रतिस्पर्धा नहीं होने का निर्णय लेने के बाद आई है। विश्व सुंदरी प्रतियोगिता वर्ष 1951 से ही होती आ रही है।
प्रियंका ने कहा, "निश्चत रूप से ऊंची हील पहनकर बिकिनी में मंच पर चलना असहज होता है। हमें किसी स्वीमिंग पुल या समुद्र तट पर ले चलें और वहां ये शूट करें तो ठीक है, क्योंकि वहां इसके लिए स्वाभाविक वातावरण होता है। मंच पर इसे पहनना बड़ा अजीब लगता है और यह अस्वभाविक होता है।"
प्रियंका ने कहा, "मुझे ऐसा असहज लगता है, लेकिन मैं खुश हूं कि जब मैं विश्व सुंदरी चुनी गई थी, मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ। हमारे समय में प्रतिस्पर्धा का यह दौर नहीं था।"