जेल प्रशासन का कहना है कि संजय दत्त को स्वास्थ्य कारणों से जेल से बाहर रहने के लिए जितने दिनों का अवकाश दिया गया था वह उससे दो दिन ज्यादा बाहर रहे और इस तरह उन्होंने जेल नियमों का उल्लंघन किया है जिसके लिए उनके खिलाफ् उचित कार्रवाई की जाएगी।
संजय दत्त मुंबई में 1993 में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों से जुडे मामले में अवैध तरीके से हथियार रखने के जुर्म में मई 2013 में मिली पांच साल की कैद की सजा के 41 महीने पूरे कर चुके हैं। इस दौरान वह 118 दिन जेल के बाहर पेरोल पर या फ्रि अवकाश पर रह चुके हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कारागार) मीरन बोरवांकर ने कहा है कि राज्य के गृह विभाग को उन्होंने जो रिपोर्ट सौंपी है उसमें साफ कहा गया है कि स्वास्थ कारणों का हवाला देते हुए मांगे गए अवकाश के आवेदन पर संजय दत्त को पिछले साल दिसम्बर में यरवदा जेल से 14 दिनों के लिए रिहा किया गया था। उन्हें 8 जनवरी को जेल लौटना था।
लेकिन उन्होंने दो दिन की देरी कर दी। इस दौरान उन्होंने छुट्टी बढाने के लिए जो आवेदन किया उसके बारे में मुंबई पुलिस और जेल अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी रही। श्री बोरवांकर ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को कार्रवाई का सामना करना होगा। नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा कि जेल की नियमावली के अनुसार निर्धारित अवकाश की अवधि से एक दिन भी ज्यादा जेल से बाहर रहने की स्थिति में किसी भी कैदी को भविष्य में मिलने वाली ऐसी अवकाश सुविधा में पांच दिनो की कमी कर दी जाती है।