फिल्म​ समीक्षा: 'बैंग बैंग' कहानी की कसौटी पर असफल

फिल्म​ समीक्षा: 'बैंग बैंग' कहानी की कसौटी पर असफल
अभिनय: ​ऋतिक रोशन, कैटरीना कैफ, डैनी, ​जावेद जाफरी, पवन मल्होत्रा, जिमी शेरगिल, कंवलजीत सिंह, दीप्ति नवल​​

निर्देशक: सिद्धार्थ आनंद​

​ रेटिंग: **

​ ​ऋतिक रोशन और कैटरीना कैफ ने अब तक 'बैंग बैंग' के ट्रेलर और गीतों में अपने एक्शन और डांस फ्लोर पर शानदार स्टेप दिखा कर दर्शकों को काफी आकर्षित किया है। अब इन्हे देखकर दर्शकों के मन में उपजी उत्सुकता का अंत हो गया है और फिल्म रिलीज हो चुकी है। सीधे तौर पर कहा जाए तो फिल्म में सिवाय खूबसूरत स्थानों और एक्शन दृश्यों के अलावा और कुछ नहीं है।

​फिल्म की कहानी का ना कोई सर है और ना ही पैर। पूरी फिल्म में हीरो एक जगह से कूद रहा है और दूसरी जगह गिर रहा है। हाँ फिल्म में थोड़ी-थोड़ी देर में आने वाली खूबसूरत लोकेशनों का कोई जवाब नहीं है। निर्देशक सिद्धार्थ आनंद ने फिल्म की कहानी पर ना सही पर लोकेशन पर पूरी मेहनत की है। कहीं खूबसूरत सुनसान टापू तो कहीं विदेशों की खूबसूरत गलियां और होटल।

​ ​फिल्म की कहानी एक चोर ​राजवीर (हृतिक रोशन)​ ​की है जो एक हीरा ​चुरा कर यहाँ से वहां भागता फिरता है, कभी पुलिस से तो कभी ​​हामिद गुल (जावेद जाफरी) ​के ​ गुंडों से। हीरो अकेले कब तक भागेगा इसलिए निर्देशक ने हरलीन (कैटरीना कैफ) ​को भी उसके साथ भगा दिया है, ताकि फिल्म में हीरोइन और रोमांस को भी जगह मिल जाए। हरलीन शिमला के बैंक में रिसेप्शन पर बैठे-बैठे क्या करेगी, चलो उसकी टक्कर हीरो से करवा देते हैं। राजवीर का मकसद है पहले हामिद और फिर उसके बॉस ​उमर जफर (डैनी) ​तक पहुँचना क्योंकि वह इनसे अपने भाई (जिम्मी शेरगिल) की मौत का बदला लेना चाहता है। वहीं इन दोनों का मकसद है राजवीर से हीरा हथियाना।

​ फिल्म में अभिनय ​की अगर बात करे तो अभिनय में दम भी कहानी के आधार पर ही आता है। ऋतिक अपनी बाकी फिल्मों की तरह ही दिखे हैं, खासकर 'धूम 2' की तरह और कैट भी अपनी बाकी फिल्मों की तरह ही दिखी है। डैनी एक अच्छे खलनायक हैं, जावेद जाफरी का समझ नहीं लगता कि कॉमेडी के मूड में हैं या गंभीर। वहीं दीप्ति नवल, कंवलजीत और जिम्मी शेरगिल ने छोटी लेकिन ठीक भूमिका अदा की है। पवन मल्होत्रा की तारीफ़ करनी होगी उन्होंने अपने हिस्से का अभिनय बड़ी मजबूती से निभाया है।

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