मूवी रेविएवस



कमांडो 3 में आपको शुरू से लेकर अंत तक ज़बरदस्त एक्शन और थ्रिल मिलेगा जो की तारीफ के काबिल है मगर इस एक्शन को सहारा देने के लिए एक मजबूत स्टोरीलाइन फिल्म से गायब है......

पागलपंती का इरादा था कॉमेडी करने का, लेकिन निर्देशक अनीस बज़्मी की ये फिल्म सिर्फ एक काम करने में सफल दिखती है वो है 'दर्शकों को निराश'. पागलपंती में आपके सामने स्क्रीन पर कुछ पात्र आते हैं......

मरजावां अपने ट्रेलर पर पूरी तरह से खरी उतरती है. निर्देशक मिलाप ज़वेरी की 2 घंटे और 15 मिनट की लंबी फिल्म हद से ज्यादा ड्रामा और हास्यात्मक डायलॉग्स से भरी एक खोखली फिल्म लगती है......

मोतीचूर चकनाचूर आपको हंसाती है मगर ज्यादा देर नहीं. फिल्म की कहानी को खींच कर व्यर्थ में लम्बा बना दिया गया है जो इसे नीरस बना देता है......

30 साल का चमन कोहली (सनी सिंह) दिल्ली के हंसराज कॉलेज में हिंदी का लेक्चरर है. चमन के बढ़ते गंजेपन और गिरते बालों कि वजह से कॉलेज में उसके स्टूडेंट्स उसका हर समय......

भूमि पेड्नेकर और तापसी पन्नू को 'सांड की आँख' में 60 साल की औरतों के किरदार निभाने और निर्माताओं को यह रोल उस उम्र की अभिनेत्रियों को न देने के लिए काफी खरी खोटी सुन्नी पड़ी थी......

एक चाइनीज़ जेनरल की एक कप चाइनीज़ मैजिक सूप पीने के बाद मौत हो जाती है, जांचकर्ताओं को लगता है की मौत सूप के स्पेशल इनग्रीडीएँट के कारण हुई है......

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