बॉलीवुड की टॉप 10 देशभक्ति की फिल्में जो इतिहास में हुई अमर!
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बॉलीवुड की टॉप 10 देशभक्ति की फिल्में जो इतिहास में हुई अमर!
भारत के 73वें स्वतंत्रता दिवस पर पेश हैं हर भारतीय की फेवरेट टॉप 10 पेट्रियोटिक बॉलीवुड फ़िल्में जिन्होंने हमारे दिल में ख़ास जगह बनायी और हर हिन्दुस्तानी को देशभक्ति के जज्बे से भर दिया. इन फिल्मों ने वक़्त - वक़्त पर हमें बताया है की देशभक्ति से बढ़कर कोई भक्ति नहीं और देशभक्ति के जज्बे से बढ़कर कोई जज्बा नहीं. आईये जानते हैं कौन सी हैं वो फ़िल्में जिन्हें इस इंडिपेंडेंस डे फॅमिली के साथ एन्जॉय कर सकते हैं:
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लक्ष्य
करण शेरगिल, एक युवा कॉलेज पासआउट जो अपनी लाइफ को लेकर कन्फ्यूज्ड है खुद को तलाश करने की रह में आर्मी ज्वाइन कर लेता है और उसकी ये तलाश उसके अपने लक्ष्य तक कैसे लेकर जाती है यह फिल्म की कहानी है. फिल्म हर उस युवा की कहानी है जो बचपन से जवानी में कदम रख रहा है लेकिन जनता नहीं की वह चाहता क्या है. 1999 की कारगिल जुंग के बैकड्रॉप पर बनी इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, प्रिती जिंटा, बोमन ईरानी और ओम पूरी ने भी बेहतरीन भूमिकाएँ अदा की थी. करण शेरगिल के रोल में ऋतिक रोशन ने अपने करियर की बेस्ट परफोर्मंसस में से एक डिलीवर की. एक यंग डायरेक्टर के रूप में फरहान अख्तर ने भी डायरेक्शन के डिपार्टमेंट में कमाल कर दिया.
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चक दे इंडिया
शिमित अमिन की चक दे इंडिया कहानी है, कबीर खान की, एक हॉकी प्लेयर जिस पर मुसलमान होने की वजह से पाकिस्तान से हॉकी वर्ल्ड कप का फाइनल हारने के बाद देशद्रोह के आरोप लगते हैं कैसे सबकी उम्मीदों के उलट इंडियन वुमनस हॉकी टीम को वोमंस हॉकी वर्ल्ड कप तक लेकर जाता है और वर्ल्ड कप जीताता है इस कहानी ने चक दे इंडिया को देश की सबसे बेहतरीन स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म बना दिया. फिल्म में शाहरुख़ की एक्टिंग उनके '70 मिनट हैं तुम्हारे पास' वाले आइकौनिक डायलाग और चक दे इंडिया जैसे गाने ने फिल्म को एवरग्रीन बना दिया. आज भी इसके गाने 'चक दे इंडिया' को भारत की हर अचीवमेंट के सेलिब्रेशन में प्ले किया जाता है.
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रंग दे बसंती
राकेश ओमप्रकाश महरा की रंग दे बसंती ने आमिर खान को बॉलीवुड के सुपरस्टार्स की लाइन में ला खड़ा किया था. दिल्ली के 5 स्टूडेंट्स की कहानी ने हर युवा में देशभक्ति की भावना जगाई, जिनका देश के प्रति नजरिया शहीदों पर एक डाक्यूमेंट्री शूट करते हुए बदल जाता है और जब उनके दोस्त और देश के एक जांबाज़ पायलट की शहादत पर घटिया राजनीति की जाती है तो ये 5 युवा एक गद्दार मन्त्रि और एक बिजनेसमैन की गोली मार कर हत्या कर देते हैं. फिल्म में ऐ आर रहमान का म्यूजिक भी काफी सराहा गया और 'लुक्का छुप्पी बहुत हुयी' और 'मोहे रंग दे बसंती' एवरग्रीन गानों में शुमार हो गए.
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लगान
आमिर खान की लगान आजादी से पहले की एक कहानी है जिसमे उसके गाँव वालों को अग्रेजों को लगान न देनी पड़े इसके लिए भुवन कैप्टेन रस्सेल और अंग्रेजी टीम से एक क्रिकेट मैच का चेल्लेंज एक्सेप्ट कर बैठता है, गांववाले उसे बेवक़ूफ़ कहते हैं. लेकिन आशुतोष गवारीकर की इस फिल्म में ट्विस्ट तब आता है जब आखिरी बल नो बॉल हो जाती है और गाँव की टीम जीत जाती है. आमिर खान की ये फिल्म जो बॉलीवुड की सबसे बढ़िया फिल्मों में गिनी जाती है ऑस्कर के लिए नौमिनेट की गयी थी.
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स्वदेस
आशुतोष गोवारिकर द्वारा निर्देशित इफ फिल्म में शाहरुख खान के मोहन भार्गव ने हमें ये समझाया की देशभक्ति बिना हथियार के भी हो सकती है. फिल्म में शाहरुख़ ने मोहन भार्गव का किरदार निभाया था जो नासा का एक साइंटिस्ट है और जब वह वापस भारत अपने गाँव आता है तो अपने लोगों की हालत और दिक्कत को देख कर उसका हृदयपरिवर्तन हो जाता है और मोहन नासा छोड़ कर भारत वापस आता है और अपने देश और देशवासियों लिए काम करने का फैसला करता है. फिल्म के गाने 'ये जो देस है तेरा' को भी लोगों की खूब सराहना मिली थी.
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ग़दर एक प्रेम कथा
सनी देओल और देशभक्ति का पुराना नाता है, और जब अनिल शर्मा द्वारा निर्देशित 'ग़दर - एक प्रेम कथा' में सनी देओल ने पाकिस्तान जाकर हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए तो बॉक्स ऑफिस पर कमाई के सारे रिकॉर्ड टूट गए. तारा सिंह के रोल को सनी देओल ने ऐसा जिया की जब भी देशभक्ति की बात होती है तो बिना 'तारा सिंह' के किरदार के पूरी नहीं होती. फिल्म में सनी देओल ने जब हैंडपंप से पाकिस्तानियों को धोया तो हर भारतीय का दिल देशभक्ति से ओत प्रोत हो गया.
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द लेजेंड ऑफ़ भगत सिंह
शहीद भगत सिंह पर वैसे तो कई फ़िल्में बनी लेकिन राजकुमार संतोषी की 'द लेजेंड ऑफ़ भगत सिंह' जितना दर्शकों का प्यार किसी और फिल्म को नहीं मिला. भगत सिंह के किरदार के साथ अजय देवगन ने न सिर्फ पूरा इन्साफ किया बल्कि उसे परदे पर जिया और भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहादत पर बनी ये फिल्म बॉलीवुड के इतिहास में अमर हो गयी. 'मेरा रंग दे बसंती चोला' और 'देस मेरे' जैसे एवरग्रीन गानों की वजह से फिल्म का म्यूजिक भी ऑडियंस के दिल तक पंहुचा.
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उरी - द सर्जिकल स्ट्राइक
भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तानी आतंकियों पर 2016 में हुए उरी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा की गयी सर्जिकल स्ट्राइक पर बनी फिल्म उरी ने हर हिन्दुस्तानी का दिल जीत लिया. भारत के इतिहास में पहली बार टेररिज्म के खिलाफ ऐसा एक्शन लिया गया और डायरेक्टर आदित्य धर ने इसे फ़िल्मी परदे पर बखूबी दर्शाया, इतना की विक्की कौशल, यमी गौतम, परेश रावल और कीर्ति कुल्हारी स्टारर इस फिल्म ने 25 करोड़ के बजट पर लगभग 250 करोड़ रूपए की कमाई कर ली.
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एलओसी कारगिल
1999 के भारत - पाक कारगिल युद्ध पर प्रोडूसर जे पी दत्ता की ये फिल्म 2003 में आई. फिल्म का निर्देशन जे पी दत्ता ने ही किया था, भारतीय सेना की बहादुरी और शहादत के एक - एक पहलु को इस फिल्म बहतरीन ढंग से फिल्माया और दिखाया गया था, कैसे भारत के ऑपरेशन विजय में भारतीय सेना ने पहाड़ों पर बैठे पाकिस्तानी घुसपैठियों को कारगिल से खदेड़ा और फिर एक बार पाकिस्तान को करार जवाब दिया. लम्बी चौड़ी स्टारकास्ट वाली ये फिल्म 255 मिनट लम्बी है जो की भारत की सबसे लम्बी फिल्मों में से एक है.
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बॉर्डर
1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध की लोंगेवाला वॉर पर बनी बॉर्डर ने रकार्ड तोड़ कमाई की थी. 1997 में आई जे. पी. दत्ता की इस फिल्म की ज़बरदस्त स्टारकास्ट थी जिसमे सनी देओल, जैकी श्रॉफ, अक्षय खन्ना, सुनील शेट्टी, पूजा भट्ट, तब्बू जैसे बड़े बड़े सितारों के नाम शामिल थे. फिल्म के साथ - साथ फिल्म का म्यूजिक भी सुपरहिट था और 'संदेसे आते हैं' और 'मेरे दुश्मन मेरे भाई' जैसे एवरग्रीन गानों ने बॉर्डर को देश की नंबर पेट्रियोटिक फिल्म बना दिया.