भारतीय OTT प्लेटफॉर्म्स की सबसे बहतरीन अंडररेटेड वेब सीरीज़
-
भारतीय OTT प्लेटफॉर्म्स की सबसे बहतरीन अंडररेटेड वेब सीरीज़
जहाँ बात होती है डिजिटल एंटरटेंमेंट और वेब-सिरीज़ की, हमारे दिमाग में बस कुछ बड़े नामे ही आते हैं| पर ऐसी भी कई वेब सीरीज़ हैं जिन्हें 'सेक्रेड गेम्स' या 'मिर्ज़ापुर' जितना प्यार तो नहीं मिला पर इनके लेख और क्वालिटी) हमारे सूच से कई ज्यादा अच्छे हैं| तो पेश हैं भारतीय OTT के कुछ अंडररेटेड कहानियाँ|
-
10. ऑकवर्ड कन्वर्सेशन्स विद गर्लफ्रेंड (यूट्यूब):
ये कहानी है इशान और उसकी गर्लफ्रेंड के बीच होने वाली अजीब'प'गरीब बातों की|
-
9. इट हैप्पेंड इन कैलकटा (ज़ी5):
ये एक ऐसी कहानी है जिसने युद्ध, माहामारी और राजनितिक अशांति में अपना छाप छोड़ने में कामयाब रही| 60 और 70 के आधार पर बनी, रोनोबिर और कुसुम की कहानी ने न केवल यादें बनाई बल्कि इतिहास को भी प्रभावित किया|
-
8. मेल्टिंग चीज़ (उल्लू):
देखिये जब एक व्याभिचारी बॉस (आनंद) की पत्नी (नीना) की दोस्ती उन्की नई सचिव (मीरा) से हो जाती है तो कैसे सस्पेंस सामने आता है|
-
7. रेन (यूट्यूब):
ये कहानी है एक लड़की की जो अपने अतीत के 4 लोगों के साथ फंसी होती है और उनमे से एक तो उसकी मौत चाहता है| वह किस पर भरोसा करेगी?
-
6. पंचायत (अमज़ोन प्राइम):
एक कॉमेडी-ड्रामा जिसमे एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट अभिषेक, जिसे सही काम नहीं मिल पता तो वह उत्तर प्रदेश एक गाँव के पंचायत में बतौर सचिव काम करने लगता है|
-
5. ऑपरेशन एम्बीबीएस (युट्यूब):
ये कहानी है तीन दोस्तों की- हुमा, साक्षी और निशांत जो हाल ही में मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेते हैं| अब आगे उनके बीच खूब लड़ाई भी होती है पर वक़्त के साथ उन्की दोस्ती और गहरी होती जाती है|
-
4. जमतारा (नेटफ्लिक्स):
छोटे शहर के नौजवानों का एक समूह एक आकर्षक फ़िशिंग ऑपरेशन चालता है जब तक एक भ्रष्ट राजनीतिज्ञ अपनी योजना में नहीं चाहता- और एक पुलिसकर्मी इसके लिए लड़ना चाहता है|
-
3. अफ़सोस (अमज़ोन प्राइम):
नकुल की एकलौती ख्वाहिश अपनी ज़िन्दगी ख़तम करना है| कई बार खुदखुशी करने की कोशिश के बाद अंत में वह अपनी सुपारी दे देता है| कुछ समय बाद उसका मन बदल जाता है और उसमे जीने की चाह भर आती है पर उपाध्याय( सुपारी लेने वाला) कभी अपना काम बीच में नहीं छोड़ता| आगे की कहाँ काफी मजेदार है|
-
2. भौकाल (एम्एक्स प्लेयर):
नवीन सिखरा बतौर एसएसपी मुज़फ्फरनगर (पाप से भरे शहर) पहुचता है जहाँ कोई नियन और कानून नहीं मानता| मुज़फ्फरनगर में पूर्व में शौक़ीन गैंग का शाशन है और पश्चिम में देधा भाईयों का|
-
1. कोड एम (ऑल्ट बालाजी- ज़ी5):
मिलिट्री वकील, मेजर मोनिका मेहरा को एक केस मिलता है जो शुरुआत में काफी सीधा लगता है, पर पूछताछ के बाद कई राज़ सामने आते हैं|