एक आदमी की शादी हुई और वह शादीशुदा जीवन व्यतीत करने लगा, शादी के कुछ दिन बाद उसने अपनी पत्नी को बुलाया और कहने लगा मैंने कुछ नियम बनाये उन्हें गौर से सुनो! मैं जब चाहे तब घर आ सकता हूँ, मैं कभी भी किसी भी समय आ सकता हूँ, उसने जोर देते हुए कहा और मुझे ये कतई पसंद नहीं कि तुम मेरे किसी मामले में टांग अड़ाओ, मुझे हर शाम को बढ़िया खाना टेबल पर चाहिए, चाहे मैं कहूँ या न कहूँ मैं कभी भी शिकार करने, मछलियाँ पकड़ने, दोस्तों के साथ ताश खेलने जा सकता हूँ ये मेरे नियम है! उसने पत्नी की और मुखातिब होते हुए पूछा आपकी कोई टिप्पणी? उसकी पत्नी ने जवाब दिया नहीं कोई टिप्पणी नहीं मुझे सब कुछ मंजूर है! पर एक बात मेरी भी सुन लीजिये सेक्स हर रात में सिर्फ सात बजे होगा चाहे आप यहाँ रहो चाहे नहीं रहो! |