एक बार एक बेचारा लड़का बहुत ही परेशान था क्योंकि उस बेचारे का खड़ा नहीं होता था। जिस वजह से काफी मायूस रहता था। एक दिन वो अपनी परेशानी से तंग आकर डॉक्टर के पास चला गया। डॉक्टर ने उसका मुआयना किया। मुआयना करने के बाद डॉक्टर ने उसे बताया कि तुम्हारे औज़ार के आस-पास की नसें कमज़ोर हो गयी हैं जिस वजह से यह खड़ा नहीं हो पाता। यह सुन कर लड़का बहुत उदास हो गया। उसकी उदासी को देख कर डॉक्टर ने उसे कहा कि तुम्हारी समस्या को दूर करने के लिए हम एक कोशिश कर सकते हैं? लड़के ने तुरंत पूछा, "क्या करना होगा?" डॉक्टर: हम तुम्हारे औज़ार में हाथी की सूंढ़ की कुछ नसें लगा देते हैं पर इस बात की कोई गरंटी नहीं कि यह कोशिश कामयाब रहे। लड़के ने थोड़ी देर सोचा कि उसके पास खोने के लिए तो कुछ नहीं है तो यह कोशिश कर सकते हैं। लड़के ने हाथी की सूंढ़ की नसें लगवाने के लिए हामी भर दी। डॉक्टर ने उसका ऑपरेशन किया और लड़का वहां से चला गया। कुछ दिनों बाद लड़का अपनी गर्लफ्रेंड को लेकर रेस्टोरेंट में गया और मन ही मन अपनी गर्लफ्रेंड को चोदने के बारे में सोचने लगा। सोचते-सोचते लड़के का खड़ा हो गया और बड़ा होने लगा इतना बड़ा की लड़के को अपनी पैंट की ज़िप खोलनी पड़ी। जैसे ही लड़के ने ज़िप खोली तो लड़के का औज़ार हाथी की सूंढ़ की तरह नीचे से टेबल के ऊपर आया और रोल उठा कर वापिस पैंट में चला गया। यह देख गर्लफ्रेंड खुश होकर बोली कि क्या तुम ऐसा दोबारा कर सकते हो? लड़का भारी सी आवाज़ में बोला, "हाँ शायद पर पता नहीं कि मैं दूसरा रोल अपनी गांड में ले पाउँगा या नहीं!" |
महिलाओं का मस्तिष्क 20% ज्वेलरी। 20% शॉपिंग। 20% पैसा। 20% मस्ती। 10% किचन का ध्यान रखना। 10% ठुकवाना। आदमियों का मस्तिष्क 97% ठोकना। 1% कैसे। 1% किसको। 1% कहाँ? |
फ़ेसबुक की लीला सब पर पड़ी भारी है; 71 साल की बुढ़िया भी यहाँ कुँवारी है; चाचा की क़िस्मत भी यहाँ बदल जाती है; 18 साल की चाची यहाँ मिल जाती है; लड़के यहाँ लड़कियाँ बन जाते हैं; नक़ली id बना के आतंक मचाते हैं; कुछ तो इतने पागल हो जाते हैं दिन - रात add me- add me चिल्लाते हैं! |
अदालत में कोई मुक़दमा चल रहा था और बचाव पक्ष का वकील अलग-अलग गवाहों से जिरह कर रहा था। इतने में एक खूबसूरत सी लड़की को बुलाया गया। बचाव पक्ष के वकील ने अपने तीव्र अंदाज़ में लड़की से पूछा, "सोमवार की रात तुम कहाँ पर थी?" लड़की ने जवाब दिया, "जी, मैं अपने एक दोस्त के साथ थी।" वकील ने फिर से पूछा, "मंगलवार की रात को तुम कहाँ थी?" लड़की ने जवाब दिया, "जी मैं अपने एक दोस्त के साथ थी?" वकील ने तीसरा सवाल किया, "कल रात तुम क्या कर रही हो?" इससे पहले की लड़की कोई जवाब देती विपक्षी वकील अपनी कुर्सी से खड़ा हुआ और चिल्लाया, "मुझे इस सवाल पर ऐतराज़ है।" जज: क्यों ऐतराज़ है? विपक्षी वकील: जज साहब कल रात के लिए पहले मैंने पूछा है! |