जीतो बस में अपने पीछे खड़े एक आदमी से बोली, "थोड़ा पीछे होकर खड़े रहें।"
आदमी बोला, "पीछे से लोग धक्का मार रहे हैं।" जीतो: चूतिये 2 बच्चों की माँ हूँ, धक्का मारने और गांड मारने में फर्क समझती हूँ। |
जीतो: कल मैं टॉयलेट गया तो वहां पर एक सांप बैठा था। प्रीतो हैरानी से बोली, "हाय ओ रब्बा! फिर तूने क्या किया?" जीतो: कुछ नहीं मैंने सांप को कहाँ तुम कर लो, मेरी तो निकल गई है। |
जीतो: मेरे पति इतने ठरकी हैं कि मैं उनके सामने मैं कुछ भी चेंज (Change) नहीं कर सकती। प्रीतो: वो तो फिर भी ठीक हैं, मैं तो अपने पति के सामने उबासी भी नहीं ले सकती। |
जीतो: मुझे ऐसी सब्जी दो जिसके कई फायदे हों। सब्जी विक्रेता: ये लो खीरा, पसंद आये तो खा लेना। वरना गोल पीस काटकर आँख पे लगा लेना। आपकी सोच को सलाम। |
संता: देखो मैं तुम्हारे लिए मूली, गाजर, खीरे, करेले और केले लेकर आया हूँ। जीतो: क्या किसी व्यापारिक दोरे के लिए बाहर जा रहे हो? |
डॉक्टर: आपके घुटने में मोच कैसे आई? जीतो: वो डोगी (कुत्ते) स्टाइल में कर रहा था; डॉक्टर: तुम्हें कोई और स्टाइल नहीं आता; जीतो: मैं तो जानती हूँ, पर मेरे डोगी (कुत्ते) को नहीं पता। |
डॉक्टर: आपके पति को मुक़म्मल आराम की जरुरत है, ये नींद की गोलियां ले जायें। जीतो: ये मैं इन्हें किस वक़्त दूँ? डॉक्टर: मेरे तुम्हारे घर आने के एक घंटा पहले। |
जीतो डॉक्टर के पास जाकर बोली, "डॉक्टर साहब कब्ज़ की शिकायत रहती है। बहुत इलाज़ कराया, फिर भी टट्टी खुल के नहीं आती। डॉक्टर: कच्छी (पैंटी) उतार के टेबल पे घोड़ी बन जाओ। जीतो: वो क्यों? डॉक्टर: थोड़ा छेद बड़ा कर देता हूँ। |
जीतो: कंडोम का पैकेट देना। केमिस्ट: भाभी जी, हर बार तो आपके पति जी आते थे, आज आप खुद आईं हैं? जीतो: इतने दिनों तक मैं गाँव गई थी, अब वो खुद गाँव गए हुए हैं। |
जीतो की सास ने जीतो से पूछा, ''बहु, जो नये चावल आये हैं वो कैसे हैं?'' जीतो गुस्से में बोली, ''एक दम आपके बेटे जैसे।'' सास हैरानी से बोली, ''क्या मतलब?'' जीतो: बिल्कुल, चढ़ते ही पक जाते हैं और पानी छोड़ देते हैं, फिर तुरंत ही उतारना पड़ता है। |