हरियाणा के किसी गाँव में रिश्ते की बात चल रही थी। लड़की वाले बोले: हमारी छोरी को ना खाना बनाना आवै, ना झाड़ू-पोछा और ना खेतों का काम! लड़के का बापू बोला:फेर के फायदा, चूत तो छोरा पड़ोसन की भी मार लेवे है! |
हरियाणा के किसी गाँव में रिश्ते की बात चल रही थी। लड़की वाले बोले: हमारी छोरी को ना खाना बनाना आवै, ना झाड़ू-पोछा और ना खेतों का काम! लड़के का बापू बोला: फेर के फायदा, चूत तो छोरा पड़ोसन की भी मार लेवे है! |
वा बोली, "तेरी #ओकात ना सै मेरे खरचे #पाङन की।" मखा मैं तेरे चुतड़ पाड़ दयु तेरा खर्चा के चीज़ से। |
छोरा: तेरे याद सै मैं कदे थारी गली मै कैंची मार साइकिल चलाकै भी ड्रिफ्ट मार्या करता? छोरी: हाँ वो दिन तो जमा याद सै जब म्हारे चौतरे पै तेरे चूतड़ जाकै लागे थे। |
बस में 1 छोरी के 1 बुढे न ऊँगली लगा दी। छोरी: ताऊ आंदा होरया स के? ताऊ: क्यों ऊँगली ठीक नी लागी के? |
हरियाणा में बालक तो बालक उनते पढाण आले मास्टर भी कसुत्ते पड़े हैं। एक बर क्लास में मास्टर बालकां ते पढाण लगया। मास्टर: चलो बालकों पढ़ना शुरू करो। एक छोरा: मास्टर जी हाजरी ते ले ल्यो। मास्टर पड़ते ही बोल्या, "धी के लवड़ो हाजरी ने आड़े मनरेगा की दिहाड़ी पे आ रे हो?" |