दूरियां ही दोस्तों को नज़दीक लाती हैं; दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती हैं; दूर रहकर है करीब दोस्त कितना; दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं। |
ना दूर हमसे जाया करो, दिल तड़प जाता है; आपके ख्यालों में ही हमारा दिन गुज़र जाता है; पूछता है यह दिल एक सवाल आपसे; कि क्या दूर रहकर भी आपको हमारा ख्याल आता है। |
तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहे; आपकी ख़ुशी के लिए अपनी ख़ुशी से दूर रहे; अब इससे बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी; कि आपके होकर भी आप से दूर रहे। |
देख ज़रा नाराज़ है कोई शख्स तेरे जाने से; हो सके तो लौट आ किसी बहाने से; तू लाख ख़फ़ा सही पर एक बार तो देख; कोई टूट गया है तेरे दूर जाने से। |
काश वो पल संग बिताये न होते; जिनको याद कर आज ये आँसू आये न होते; अगर इस तरह उनको मुझसे दूर ले जाना था; तो इतनी गहराई से दिल मिलाये न होते। |
तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहें आपकी; ख़ुशी के लिए अपनी ख़ुशी से दूर रहें; अब इससे बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी; कि आपके होकर भी आपसे दूर रहे। |
ना दूर मुझसे जाया करो, दिल तड़प जाता है; हमेशा तेरे ख्यालों में दिन गुज़र जाता है; दिल ने एक सवाल पूछा था तुमसे; क्या दूर रह कर तुम्हें भी मेरा ख्याल आता है। |
अब अगर जुबान से नाम लेते हैं; तो इन आँखों में आँसू आ जाते हैं; कभी घंटो बातें किया करते थे; और अब एक लफ्ज़ के लिए तरस जाते हैं। |
है अगर दूरियां बहुत तो इतना समझ लो; कि पास रह कर भी कोई रिश्ता ख़ास नहीं होता; हो तुम मेरे दिल के पास इतने कि; दूर रह कर भी दूरियों का एहसास नहीं होता। |
गिला आपसे नहीं कोई; गिला अपनी मज़बूरियों से करते हैं; आप आज हमारे करीब ना सही; मोहब्बत तो हम आपकी दूरियों से भी करते हैं। |