भूतकाल के बारे में सोचोगे तो पछताओगे, वर्तमान के बारे में सोचोगे तो मुस्कराओगे! |
मेहनत सीढियों की तरह होती है और भाग्य लिफ्ट की तरह! किसी समय लिफ्ट तो बंद हो सकती हैं लेकिन सीढियाँ हमेशा उँचाई की तरफ ले जाती हैं। |
सीढियाँ उन्हें मुबारक हो जिन्हें सिर्फ छत तक जाना है; मेरी मंज़िल तो आसमान है रास्ता मुझे खुद बनाना है। |
कर दिया है बेफिक्र तूने फ़िक्र अब मैं कैसे करूँ; फ़िक्र तो यह है कि तेरा शुक्र कैसे करूँ। |
बीच रास्ते से लौटने का कोई फायदा नहीं क्योंकि लौटने पर आपको उतनी ही दूरी तय करनी पड़ेगी जितनी दूरी तय करने पर आप लक्ष्य तक पहुँच सकते है। |
जब तक आप अपनी समस्याओं एंव कठिनाइयों की वजह दूसरों को मानते है, तब तक आप अपनी समस्याओं एंव कठिनाइयों को मिटा नहीं सकते। |
हर सपने को अपनी साँसों में रखो; हर मंज़िल को अपनी बाहों में रखो; हर जीत आपकी ही है, बस अपने लक्ष्य को अपनी निगाहों में रखो। |
सफल होने के लिए, सफलता की इच्छा, असफलता के भय से अधिक होनी चाहिए। |
दुनिया विरोध करे तुम ङरो मत, क्योंकि जिस पेङ पर फल लगते हैं दुनिया उसे ही पत्थर मारती है। |
समझदार वह व्यक्ति नहीं जो ईंट का जवाब पत्थर से दे। समझदार वह है जो फेंकी हुई ईंट से अपना आशियाना बना ले। |