उसकी याद ने आज फिर रुला दिया; कैसा है वो चेहरा जिसने ये सिला दिया; ग़मों में रहने का जिसे तरीका ना था; उसकी याद ने ढेरों ग़मों के साथ जीना सिखा दिया। |
आँखों में रहने वालों को याद नहीं करते; दिल में रहने वालों की बात नहीं करते; हमारी तो रूह में बस गए हो आप; तभी तो आपसे मिलने की फ़रियाद नहीं करते। |
मोहब्बत का इशारा याद रहता है; हर प्यार को अपना प्यार याद रहता है; दो पल जो प्यार की बाहों में गुज़रे हों; मौत तक वो नज़ारा याद रहता है। |
चाँद की जुदाई में आसमान भी तड़प गया; उसकी झलक पाने को हर सितारा तरस गया; बादल का दर्द क्या कहूं; चाँद की याद में वो तो हँसते-हँसते बरस गया। |
तेरी याद में आंसुओं का समंदर बना लिया; तन्हाई के शहर में अपना घर बना लिया; सुना है लोग पूजते हैं पत्थर को; इसीलिए मैंने अपना दिल पत्थर बना लिया। |
ये ज़िंदगी बिन तेरे भी कट जाएगी; पर कुछ कमी तो जरुर रह जाएगी; कल को तड़पाएगी तो कभी तरसाएगी; हर लम्हा जब भी तेरी याद आएगी। |
कैसा वक़्त है यह, उसे फुर्सत नहीं मुझे याद करने की; कभी वो शख्स मेरी ही सांसों से जिया करता था। |
जब भी आपसे मिलने की तक़दीर नज़र आई; मुझे पाँव में बँधी ज़ंजीर नज़र आई; तेरी याद में निकल पड़े मेरे आँसू; हर आँसू में तेरी तस्वीर नज़र आई। |
अगर मेरी याद आए तो चाँद को देख लेना; ये सोच कर नहीं कि खूबसूरत है कितना; बल्कि यह सोच कर कि हज़ारों सितारों में तन्हा है कितना। |
पानी का एक कतरा आँख से गिरा अभी; क्या तुमने मुझको याद किया अभी; तुझसे मिले ज़माना हुआ मगर; यूँ लगा कोई मुझसे मिल कर गया अभी। |