शराबी Hindi SMS

  • मैं और मेरी तन्हाई अक्सर बातें करते हैं...<br/>
पेग छोटा बनाऊं या बड़ा।Upload to Facebook
    मैं और मेरी तन्हाई अक्सर बातें करते हैं...
    पेग छोटा बनाऊं या बड़ा।
  • बाबा जी के बहकावे में आकर दारु छोड़ दी।<br/>
लीवर तो बच गया लेकिन दोस्त बिछुड़ गए।Upload to Facebook
    बाबा जी के बहकावे में आकर दारु छोड़ दी।
    लीवर तो बच गया लेकिन दोस्त बिछुड़ गए।
  • आज का ज्ञान:<br/>
गर्मी में दारू दोपहर को पीनी चाहिए क्योंकि अगर गिर भी जाओ तो लोग समझेंगे चक्कर आ गया होगा।Upload to Facebook
    आज का ज्ञान:
    गर्मी में दारू दोपहर को पीनी चाहिए क्योंकि अगर गिर भी जाओ तो लोग समझेंगे चक्कर आ गया होगा।
  • दो शराबी  GST पर बात कर रहे थे...<br/>
मतलब अब गोवा के रेट पर ही अपने को यहाँ भी मिलेगी।Upload to Facebook
    दो शराबी GST पर बात कर रहे थे...
    मतलब अब गोवा के रेट पर ही अपने को यहाँ भी मिलेगी।
  • वज़न ना बड़े इसके कुछ उपाय:<br/>
1. दारू के साथ कोल्ड्रिंक का उपयोग कभी ना करें।<br/>

2. पापड़ सिका हुआ ही लें, तला हुआ नहीं।<br/>

3. अंडा उबला हुआ लें पर उसमें नमक ना लगायें। नमक से बीपी बढ़ता है।<br/>

और भी बातें/सुझाव हैं, कृपया जब पीने बैठे तो बुलाएं। तभी डिस्कस हो पाएंगी।Upload to Facebook
    वज़न ना बड़े इसके कुछ उपाय:
    1. दारू के साथ कोल्ड्रिंक का उपयोग कभी ना करें।
    2. पापड़ सिका हुआ ही लें, तला हुआ नहीं।
    3. अंडा उबला हुआ लें पर उसमें नमक ना लगायें। नमक से बीपी बढ़ता है।
    और भी बातें/सुझाव हैं, कृपया जब पीने बैठे तो बुलाएं। तभी डिस्कस हो पाएंगी।
  • मेरी रूह का परिंदा फड़फड़ाये,<br/>
लेकिन सकून का जजीरा मिल न पाए।<br/><br/>

प्रश्न: इस कविता में, कवि कहाँ है और क्या कर रहा है?<br/>
उत्तर: इस कविता में कवि हाईवे पर  है और शराब की दुकान ढूंढ रहा है।Upload to Facebook
    मेरी रूह का परिंदा फड़फड़ाये,
    लेकिन सकून का जजीरा मिल न पाए।

    प्रश्न: इस कविता में, कवि कहाँ है और क्या कर रहा है?
    उत्तर: इस कविता में कवि हाईवे पर है और शराब की दुकान ढूंढ रहा है।
  • जिस तरह मुर्दे को कंधा देना पुण्य का काम समझता जाता है;<br/>
‪ठीक उसी तरह दारू पिए हुए इंसान को सहारा देना भी पुण्य का काम ही समझना चाहिए।Upload to Facebook
    जिस तरह मुर्दे को कंधा देना पुण्य का काम समझता जाता है;
    ‪ठीक उसी तरह दारू पिए हुए इंसान को सहारा देना भी पुण्य का काम ही समझना चाहिए।
  • मैंने उसी दिन से पीना छोड़ दिया, जब रात में मैं अपने फ़ोन को आधा घण्टा उसी की Flashlight में ढूंढता रहा।Upload to Facebook
    मैंने उसी दिन से पीना छोड़ दिया, जब रात में मैं अपने फ़ोन को आधा घण्टा उसी की Flashlight में ढूंढता रहा।
  • शाम के समय ही बार या ठेके की तरफ आकर्षित होने को दारुत्वाकर्षण कहते हैं।<br/>
~ न्यूटन का पिऊटन! Upload to Facebook
    शाम के समय ही बार या ठेके की तरफ आकर्षित होने को दारुत्वाकर्षण कहते हैं।
    ~ न्यूटन का पिऊटन!
  • मुझे शराब की बोतल का स्वभाव पसन्द आता है,<br/>
जो खुद'खाली' होकर दूसरों को'फुल' कर देती है!<br/>
इसी को  निस्वार्थ सेवा कहते हैं!Upload to Facebook
    मुझे शराब की बोतल का स्वभाव पसन्द आता है,
    जो खुद'खाली' होकर दूसरों को'फुल' कर देती है!
    इसी को निस्वार्थ सेवा कहते हैं!
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