सितारों के बिस्तर से सूरज को जगाया है; चाँद को रात का मेहमान बनाया है; कोई इंतज़ार कर रहा है मेरे मैसेज का; ठंडी हवाओं ने मुझे अभी-अभी बताया है। शुभ दिवस। |
हर सुबह की धूप कुछ याद दिलाती है; हर महकती खुशबू एक जादू जगाती है; जिंदगी कितनी भी ब्यस्त क्यों ना हो? निगाहों पर सुबह सुबह अपनों की याद आ ही जाती है! शुभ दिवस! |
इंसान तब समझदार नहीं होता जब वह बड़ी-बड़ी बातें करने लगे, बल्कि तब होता है जब वह छोटी छोटी बातें समझने लगे। शुभ दिवस! |
सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है; आँख खुलते ही आपकी याद होती है; खुशियों के फूल हो आपके आँचल में; ये मेरे होंठो पर पहली फ़रियाद होती है। शुभ दिवस। |
थकानपुर से फ्रेशनगर तक आने वाली "निंदिया एक्सप्रेस" प्रभात नगर पहुँच चुकी है। यात्रियों से अनुरोध है कि वो अपने हसीन सपनों से जाग जायें। शुभ दिवस। |
चाहता तो हूँ कि हर रोज़ की सुबह तुझे अनमोल खज़ाना भेजूं; पर मेरे दामन में दुआओं की सिवा कुछ भी नहीं। शुभ दिवस। |
अगर एक हारा हुआ इंसान हारने के बाद भी हँसता रहे तो जीतने वाला अपनी जीत की ख़ुशी खो देता है। क्योंकि, मुस्कान में बहुत शक्ति होती है। काश, आपका जीवन मुस्कानों से भरा रहे। शुभ दिन। |
सवेरे सवेरे हो खुशियों का मेला; ना लोगों की प्रवाह, ना दुनिया का झमेला; पंछियों का संगीत हो और मौसम अलबेला; मुबारक हो आपको ये खूबसूरत सवेरा। शुभ दिवस। |
ना किसी के 'आभाव' में जियो; ना किसी के 'प्रभाव' में जियो; ये जिंदगी आपकी है; बस इसे अपने मस्त 'स्वाभाव' में जियो। शुभ दिवस। |
सजती रहे खुशियों की महफ़िल; लेकिन हर ख़ुशी सुहानी रहे; आप जिंदगी में इतने खुश रहें; कि हर ख़ुशी आपकी दीवानी रहे। शुभ दिन। |