संता बंता Hindi SMS

  • बंता: और भाई संता तुम्हारी बीवी के घुटने का दर्द ठीक हुआ कि नहीं?<br/>
संता: हां यार डॉक्टर को दिखाते ही ठीक हो गया।<br/>
बंता ने हैरानी से पूछा: अच्छा, कौन सी दवा से?<br/>
संता: दवा वगैरह कुछ नहीं। बस, डॉक्टर ने बताया कि यह बुढ़ापे की निशानी है और उस दिन के बाद उसने दर्द की शिकायत ही नहीं कीUpload to Facebook
    बंता: और भाई संता तुम्हारी बीवी के घुटने का दर्द ठीक हुआ कि नहीं?
    संता: हां यार डॉक्टर को दिखाते ही ठीक हो गया।
    बंता ने हैरानी से पूछा: अच्छा, कौन सी दवा से?
    संता: दवा वगैरह कुछ नहीं। बस, डॉक्टर ने बताया कि यह बुढ़ापे की निशानी है और उस दिन के बाद उसने दर्द की शिकायत ही नहीं की
  • संता: यार मुझे डांस प्रतियोगिता में पहला इनाम मिला है।<br/>
बंता: पर तुझे तो डांस आता ही नहीं है।<br/>
संता: वो न जब मैं स्टेज पर चढ़ा तो मुझे मिर्गी का दौरा पड़ गया था।Upload to Facebook
    संता: यार मुझे डांस प्रतियोगिता में पहला इनाम मिला है।
    बंता: पर तुझे तो डांस आता ही नहीं है।
    संता: वो न जब मैं स्टेज पर चढ़ा तो मुझे मिर्गी का दौरा पड़ गया था।
  • बंता: यार तुम्हारा बेटा बहुत बिगड़ गया है। गंदी-गंदी गालियां बकता है।<br/>
संता: अभी उसकी उम्र ही क्या है? जरा बड़ा होने दो, फिर अच्छी-अच्छी गालियां बकेगा।Upload to Facebook
    बंता: यार तुम्हारा बेटा बहुत बिगड़ गया है। गंदी-गंदी गालियां बकता है।
    संता: अभी उसकी उम्र ही क्या है? जरा बड़ा होने दो, फिर अच्छी-अच्छी गालियां बकेगा।
  • बंता: ओये संता, तू इतनी धूप में क्यों खड़ा है?<br/>
संता: कुछ नहीं यार, अंदर बहुत पसीना आ रहा था तो सोचा धूप में सुखा लेता हूँ।Upload to Facebook
    बंता: ओये संता, तू इतनी धूप में क्यों खड़ा है?
    संता: कुछ नहीं यार, अंदर बहुत पसीना आ रहा था तो सोचा धूप में सुखा लेता हूँ।
  • संता सुबह-सुबह नंगे पाँव पार्क में सैर कर रहा था कि उसके पैर में एक काँटा चुभ गया।<br/>
संता: यार शुक्र है मैंने चप्पल नहीं पहनी, नहीं तो चप्पल में छेद हो जाता।Upload to Facebook
    संता सुबह-सुबह नंगे पाँव पार्क में सैर कर रहा था कि उसके पैर में एक काँटा चुभ गया।
    संता: यार शुक्र है मैंने चप्पल नहीं पहनी, नहीं तो चप्पल में छेद हो जाता।
  • बंता: यार मेरी बीवी बहुत लड़ती है मुझसे और जब भी लड़ती है तो अपने मायके चली जाती है।<br/>
संता: यार तू तो बहुत खुशकिस्मत है। मेरी बीवी मुझसे लड़ती है और फ़ौरन अपने मायके वालों को यहां बुला लेती है।Upload to Facebook
    बंता: यार मेरी बीवी बहुत लड़ती है मुझसे और जब भी लड़ती है तो अपने मायके चली जाती है।
    संता: यार तू तो बहुत खुशकिस्मत है। मेरी बीवी मुझसे लड़ती है और फ़ौरन अपने मायके वालों को यहां बुला लेती है।
  • संता बंता से: क्या तुम एक हाथ से कार चला सकते हो?<br/>
बंता: हाँ, क्यों नहीं।<br/>
संता: तो ऐसा करो, एक हाथ से अपनी नाक साफ़ करो। काफी देर से बह रही है।Upload to Facebook
    संता बंता से: क्या तुम एक हाथ से कार चला सकते हो?
    बंता: हाँ, क्यों नहीं।
    संता: तो ऐसा करो, एक हाथ से अपनी नाक साफ़ करो। काफी देर से बह रही है।
  • संता कढ़ी चावल खा रहा था। तभी एक मक्खी कढ़ी चावल पर आकर बैठ गई।
    संता: अरे कितनी भोली है तू। ये वो नहीं है जो तू समझ रही है। चल उड़ यहाँ से।
  • संता: पता नही कैसा ज़माना आ गया है। ढूंडने पर भी कोई आदमी नहीं मिलता जो
झूठ न बोलता हो।<br/>
बंता: लेकिन मै एक ऐसे आदमी को जानता हूं जो कभी झूठ नहीं बोलता।<br/>
संता: अच्छा उस नेक आदमी से मेरी बात कराओ।<br/>
बंता: यह सभंव नही क्योंकि वह गूंगा है।Upload to Facebook
    संता: पता नही कैसा ज़माना आ गया है। ढूंडने पर भी कोई आदमी नहीं मिलता जो झूठ न बोलता हो।
    बंता: लेकिन मै एक ऐसे आदमी को जानता हूं जो कभी झूठ नहीं बोलता।
    संता: अच्छा उस नेक आदमी से मेरी बात कराओ।
    बंता: यह सभंव नही क्योंकि वह गूंगा है।
  • चोर (बन्दूक तनते हुए संता से): ज़िंदगी चाहते हो तो अपना पर्स मेरे हवाले
कर दो।<br/>
संता: यह लो।<br/>
चोर: कितने मुर्ख हो तुम, मेरी बंदुक मे तो गोली ही नही थी। हा..हा...हा।<br/>
संता: और मेरे पर्स में भी कहां रुपये थे। हो..हो..हो..।Upload to Facebook
    चोर (बन्दूक तनते हुए संता से): ज़िंदगी चाहते हो तो अपना पर्स मेरे हवाले कर दो।
    संता: यह लो।
    चोर: कितने मुर्ख हो तुम, मेरी बंदुक मे तो गोली ही नही थी। हा..हा...हा।
    संता: और मेरे पर्स में भी कहां रुपये थे। हो..हो..हो..।
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