कागज अपनी किस्मत से उड़ता है, लेकिन पतंग अपनी काबिलियत से। इसलिए किस्मत साथ दे या न दे, काबिलियत जरुर साथ देती है। सुप्रभात! |
हर सूर्यास्त हमारे जीवन से एक दिन कम कर देता है, लेकिन हर सूर्योदय हमें आशा भरा एक और दिन दे देता है। इसलिए सदैव हर सुबह बेहतर की उम्मीद करें। सुप्रभात! |
नन्हीं कली खिल चुकी है, बगिया में तितली गुनगुना रही है, तू आँख खोल तुझे सुबह जगा रही है, ख्वाबों की वो गलियाँ सोने जा रही हैं कह दे अब चंदा को अलविदा, सुबह तेरे लिए खुशियों का मल्हार गा रही है। सुप्रभात! |
कोयल की कुहू कुहू में हैं जो मिठास, नदिया के जल में भी है खनकती आवाज, ऐसा ही सुरीला होगा आपका आज, दिल से कहते हैं आपको सुप्रभात! |
स्वभाव रखना है तो उस दीपक की तरह रखो जो बादशाह के महल में भी उतनी रोशनी देता है जितनी किसी गरीब की झोपड़ी में। सुप्रभात! |
सुबह का मौसम और सतगुरु की याद, हलकी सी ठडंक और सिमरन की प्यास, संगत की सेवा और नाम की मिठास, शुरू कीजिए अपना दिन प्रभु के साथ। सुप्रभात! |
प्रसन्न व्यक्ति वह है जो निरंतर स्वयं का मूल्यांकन एवं सुधार करता है। जबकि दुःखी व्यक्ति वह है जो दूसरों का मूल्यांकन करता है। सुपरभात! |
एक सुबह ऐसी भी हो, जहाँ आँखे जिंदा रहने के लिये नहीं, पर जिंदगी जीने के लिए खुलें। सुप्रभात! |
भगवान आपको ढेर सारा प्याज़ और खूब सारी खुशियाँ दे। सुप्रभात! |
सुबह का मौसम जैसे जन्नत का एहसास, आँखों में नींद और चाय की तलाश, जागने की मज़बूरी, थोड़ा और सोने की आस, पर आपका दिन शुभ हो हमारी सुप्रभात के साथ। सुप्रभात! |