दौलत छोड़ी दुनिया छोड़ी सारा खज़ाना छोड़ दिया; सतगुरु के प्यार में दीवानों ने राज घराना छोड़ दिया; दरवाज़े पे जब लिखा हमने नाम हमारे सतगुरु का; मुसीबत ने दरवाज़े पे आना छोड़ दिया। सुप्रभात! |
नसीहत वो सत्य है, जिसे कोई ग़ौर से नहीं सुनता और तारीफ वह धोखा है जिसे सब पूरे ध्यान से सुनते हैं। सुप्रभात! |
'अनुमान' गलत हो सकता है लेकिन 'अनुभव' कंभी गलत नहीं होता! क्योंकि 'अनुमान' हमारे मन की 'कल्पना' है और 'अनुभव' हमारे जीवन की 'सीख' है! सुप्रभात! |
हर तमन्ना पूरी करने के सपने हर शख्स सजाता है! लेकिन मजबूत इरादे वाला ही उन्हें पूरे कर पाता हैं! सुप्रभात! |
ज़िंदगी की हर सुबह कुछ शर्तें लेकर आती है और ज़िंदगी की हर शाम कुछ तज़ुर्बे देकर जाती है। सुप्रभात! |
सोशल डिस्टेंस भले ही रख लो टॉकिंग डिस्टेंस कभी मत रखना! क्योंकि ज़िन्दगी के सफर में गुज़र जाते हैं जो मुकाम वो फिर नहीं आते! सुप्रभात! |
बंधी हैं हाथ पर सबके घड़ियाँ मगर, पकड़ में किसी के एक लम्हा भी नहीं! सुप्रभात! |
अगर ये तय है कि जो दिया है, वो लौट के आएगा तो... क्यों ना सिर्फ दुआएं ही दी जाएं! सुप्रभात! |
कोई ना कोई, तलाश उसकी रखो, जो अन्धेरों में भी साथ दे! सुप्रभात! |
भगवान हर रूप में तुम्हारी मदद करने आते हैं! तुम्हें सिर्फ उन्हें पहचानने की ज़रूरत है, खोजने की नहीं! सुप्रभात! |