खा के गुजिया, पी के भंग; लगा के थोड़ा थोड़ा सा रंग; बजा के ढोलक और मृदंग; आओ खेले होली हम एक - दूजे संग। होली मुबारक! |
होली आई सतरंगी रंगों की बौछार लाई; ढेर सारी मिठाई और मीठा मीठा प्यार लाई; आपकी जिंदगी हो मीठे प्यार और खुशियों से भरी; जिसमे समाएं हों सातों रंग; यही शुभकामना देते है इस होली पर हम। होली मुबारक! |
खाना पीना रंग उड़ाना; इस रंग की धुंध में हमें ना भुलाना; गीत गाओ खुशियां मनाओ बोलो मीठी बोली; हमारी तरफ से आपके पूरे परिवार को हैप्पी होली। |
रंगों के त्यौहार में, सभी रंगों की हो भरमार; ढेर सारी खुशियों से भरा हो आपका संसार; यही दुआ है हमारी भगवान से हर बार; मुबारक हो आपको होली का यह त्यौहार। होली मुबारक! |
हम इस तरह होली के रंग फैलाएंगे; कि सबके संग हम भी रंगों में धुल जायेंगे; इस बार होली का रंग और भी गहरा होगा; क्योंकि दोस्तों के साथ दुश्मन का भी रंग होगा। हैप्पी होली! |
रंगों भरी पिचकारी, रंगों भरे गुब्बारे; गुजिया और मिठाइयों की हो भरमार; ठंडई और भांग से भरा हो हर गिलास; ऐसा है हमारा रंगों भरा त्यौहार। होली मुबारक! |
हमेशा मीठी रहे आपकी बोली; खुशियों से भर जाए आपकी झोली; आप सबको मेरी तरफ से - हैप्पी होली। |
आज की होली में आपके सब दुःख दर्द जल जायें; और कल की रंगपंचमी के सारे रंग आपके जीवन को खुशियों से भर जायें। शुभ होली! |
ख़ुशी के इस पल में ये दिल बस मुस्कुराए; हर गम भुला के प्यार भरे सपने सजाए; इन हसीन पलों की खुशबु इस दिल को बहुत भाए; शायद इन पलों का संगम ही जन्नत कहलाए। हैप्पी होली! |
होली पर अपने चेहरे को रंगों से सजाने की ज़रूरत क्या थी; इन हसीन नैन औ नक्श को रंगों के पीछे छुपाने की ज़रूरत क्या थी; हम तो कल भी आपको बन्दर समझते थे, और आज भी आपको बन्दर ही समझते हैं; यह हकीकत ज़माने को बताने की ज़रूरत क्या थी? |