अतीत के पन्नों में झाँका तो ये लगा; आज मेरा स्वार्थ मेरे संस्कारों से भी बड़ा हो गया; बचपन में जिन्हें मैडम जी कह कर पैर छूता था आज फिर से उन्हें देखा तो लौड़ा खड़ा हो गया। |
न देख ऐसे आसमान को इतनी हसरत से, मेरे प्यारे दोस्त; किसी परिन्दे ने मुँह पर हग दिया तो सारी हसरतों की "माँ चुद" जायेगी! |
जोश भरे लंड को यूँ ठुकराया नहीं करते; यूँ चूत दिखा कर आगे से गुज़र जाया नहीं करते; क्या हुआ अगर मेरा घर, महल नहीं किसी राजा का, तो क्या झोंपड़ी में लोग चुदवाया नहीं करते। |
रात होगी तो कंडोम भी दुहाई देगा; टांगो के बीच सारा जहां दिखाई देगा; ये काम है जानी, जरा संभलकर करना; एक कतरा भी गिरा तो 9 महीने बाद सुनाई देगा। |
मौहब्बत के सिवा और भी गम है जमाने में; चुत का भौसडा बन जाता है पैसा कमाने में। |
मोहब्बत करने वालों को इनकार अच्छा नहीं लगता; बहनचोद दुनिया वालों को ये इक़रार अच्छा नहीं लगता; जब तक लड़का-लड़की भाग ना जाएँ; सालों को प्यार सच्चा नहीं लगता। |
अर्ज़ किया है: उड़ती हुई फ्रॉक को काबू में रखो; उड़ती हुई फ्रॉक को काबू में रखो; पेंटी ना पहनो कोई बात नहीं; कम से कम बगीचा तो साफ़ रखो। |
चोदते चोदते सुबह हो गयी लंड पे पड़ गए छाले; चूत फट के गुफा हो गयी वाह रे चोदने वाले! |
मेरे हैं सिर्फ दो ही टट्टे; वाह वाह... भोसड़ी के पहले सुन तो। मेरे हैं सिर्फ दो ही टट्टे; यार चूस के बता, मीठे हैं या खट्टे। |
नादाँ हैं वो लोग जो कहते हैं कि चूत पे बाल हैं; गौर फरमाएं नादाँ हैं वो लोग जो कहते हैं चूत पे बाल हैं; अरे ये तो लौड़े को फ़साने के लिए बिछाए हुए जाल हैं। |