चुनाव के बाद दिल्ली विधान सभा साफ़तौर त्रिशंकु विधान सभा जान पड़ती है। सबसे बड़े विजय दल के तौर पर उभरी पार्टी भाजपा भी 32 सीटों के साथ बहुमत से दूर नज़ार आती है जबकि पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी 28 सीटों के साथ द्वितीय स्थान पे रही। दिल्ली के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई भी दल सरकार बनाना नहीं चाहता और दोनों ही पार्टियां यह कह रही हैं कि वे विपक्ष में रह कर ज्यादा खुश हैं। |