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    मार्गदर्शक!
    मंगलवार को भारत की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ने एक निर्णय में अपने संसदीय बोर्ड से अपने उच्चतम निर्णय लेने वालों में से लालकृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी का नाम हटा दिया। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी भी इनमे शामिल हैं। यह अपने आप में एक युग का अंत है। पार्टी ने इन `वरिष्ठ नेताओं की एक मार्ग दर्शक मंडली बना दी है।
  • दोबारा इस्तीफा नहीं! दोबारा इस्तीफा नहीं! "मैंने राजनीती के बारे में एक बात सीखी है, जो भी होता है आपको अपने पद से इस्तीफ़ा नहीं देना चाहिए और मैं निश्चित रूप से फिर से इस्तीफा देने के लिए नहीं जा रहा हूँ।" आप के प्रधान अरविंद केजरीवाल ने रविवार शाम को किरारी में दुर्गा चौंक पर लोगों से कहा।
  • असली सरकार! असली सरकार! पाकिस्तानी प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इस्तीफ़ा देने के लिए मज़बूर करने इस्लामाबाद के संसद भवन तक पहुँच गए, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया।
  • 'छोटा' पड़ गया भारी! 'छोटा' पड़ गया भारी! वित्त मंत्री अरुण जेटली शुक्रवार को उस समय विवाद में फंस गए, जब उन्होंने 16 दिसंबर को हुए दिल्ली बलात्कार कांड को एक `छोटे से बलात्कार` की घटना के रूप में टिप्पणी की। बाद में उन्होंने अपनी इस टिप्पणी के लिए खेद व्यक्त किया।
  • गुज़रा हुआ ज़माना! गुज़रा हुआ ज़माना! पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी इमरान खान और लोकप्रिय मौलवी ताहिर उल कादरी ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ अन्य पाकिस्तानियों के साथ इस्लामाबाद के रेड जोन में मार्च किया। जहाँ वे प्रधानमंत्री के इस्तीफे की माँग कर रहे हैं।
  • पुराने रिश्ते! पुराने रिश्ते! भारत पाकिस्तान की बातचीत की बहाली की संभावनाओं को मंगलवार को काफी धक्का लगा जब पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने भारत की `लाल लाइन` की अनदेखी कर हुर्रियत नेताओं के साथ मुलाक़ात की।