100 दिन पहले, 26 मई, 2014 को नरेंद्र मोदी 30 साल में पहली बार बहुमत के सिर पर बनी सरकार के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। वह उम्मीदों की एक लहर और अच्छे दिनों के वादे के साथ सत्ता में आये थे।
जल गया चीन!जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे पर आरोप लगाते हुए एक सरकारी चीनी दैनिक ने लिखा कि वो भारत-चीन संबंधों को "विभाजित" कर रहे हैं। क्स के उदय और उभरते चीन भारतीय सहयोग को देखते हुए भारत-जापान संबंधों को "भारी अनिश्चितता" का सामना करना पड़ सकता है।
यह मेरी राय है!केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने आज उस बयान का समर्थन करते हुए जिसमे उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ "सभी भारतीय को हिन्दू मानते हैं।" कहा कि उन्होंने "हिन्दू" नहीं "हिंदी" कहा था।
राजनाथ का बचाव!सरकार के भीतर एक प्रमुख दरार को दुरुस्त करने की कोशिश में प्रधानमंत्री कार्यालय और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज उन खबरों को खारिज करते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह का बचाव किया जिसमे उनके बेटे पर कदाचार के रूप में निराधार आरोप लगाये गए थे।
मुश्किल काम!सरकार ने भारत पाक सीमा पर पाकिस्तान से अकारण गोलीबारी की घटना में आक्रामक रुख लेते हुए सीमा बलों को पूर्ण समर्थन दे दिया है और उनके ऊपर लगी सभी रोकों को हटा दिया है। जिसके परिणाम स्वरूप पिछले 30 दिनों की तुलना में सिर्फ 10 दिनों में ही पाकिस्तान की तरफ अधिक हताहत हुए हैं।
मार्गदर्शक!मंगलवार को भारत की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ने एक निर्णय में अपने संसदीय बोर्ड से अपने उच्चतम निर्णय लेने वालों में से लालकृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी का नाम हटा दिया। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी भी इनमे शामिल हैं। यह अपने आप में एक युग का अंत है। पार्टी ने इन `वरिष्ठ नेताओं की एक मार्ग दर्शक मंडली बना दी है।