समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री आजम खान ने गुरुवार को यह कह कर एक विवाद शुरू कर दिया है जिसमे उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठित ताज महल जो कि दो मुसलमानों का एक मक़बरा है उसे सुन्नी वक्फ बोर्ड को सौंप दिया जाये।
बर्थडे केकशुक्रवार को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के 75 वें जन्मदिन पर उन्होंने विक्टोरियन शैली की आयात की हुई बग्गी चलाई और इसी दौरान उनकी पार्टी के नेता आज़म खान ने उस पैसे को आतंकी संगठन तालिबान और दाऊद इब्राहिम से आया हुआ कह कर एक नए विवाद को चिंगारी दे दी है।
योगी से भोगी2000 में, रामपाल दास, हरियाणा सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया गया था। वो अब एक डेरा या पंथ चला रहे है जिसकी कीमत 100 करोड़ रुपए है और अब वो सतगुरु रामपाल जी महाराज के नाम से जाना जाता है। 63 वर्षीय बरवाला, हरियाणा में एक आश्रम में रहता है जो कि 12 एकड़ में फैला हुआ है और वो बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज जैसी लक्जरी कारों सहित, ऐसी कई कारों का मालिक है। राजद्रोह या देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोपी, विवादास्पद गुरु को अंत में बुधवार की रात को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
खामोश चीफन्यायमूर्ति मुकुल मुदगल जांच गठन ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि एन श्रीनिवासन मैच फिक्सिंग या अवैध सट्टेबाजी में शामिल नहीं थे और ना ही और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भ्रष्टाचार की जांच बाधित करने का प्रयास किया। 35 पृष्ठ की इस रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सार्वजनिक कर दिया। रिपोर्ट में यह साफ़ है कि श्रीनिवासन को कोड उल्लंघन का पता था लेकिन उन्होंने चुप्पी साध रखी और इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
उमर माँगे मोर...अमीरा कादल से भाजपा उम्मीदवार हिना भट्ट अनुच्छेद 370 को निरस्त किये जाना उसे हथियार उठाने के लिए मज़बूर करती है। राज्य में राजनेताओं का मानना है कि राज्य में कानून पुण्यमय था। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि अनुच्छेद 370 जम्मू और कश्मीर का देश के बाकी हिस्सों के साथ एकमात्र नाता है। पीडीपी संरक्षक मुफ्ती सईद ने भी यहां तक कहा कि संसद के पास भी इसकी समीक्षा करने या अनुच्छेद 370 को रद्द करने के लिए जनादेश नहीं था।
बाल दिवस मुबारक!आज भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू की 125 वीं जयंती है। नेहरू का कार्यकाल विवादित कश्मीर क्षेत्र पर पाकिस्तान के साथ एक संघर्ष के साथ शुरू हुआ। संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता के बाद युद्धविराम पर बातचीत की गई थी, लेकिन इस क्षेत्र को लेकर स्थिति आज भी अस्थिर बनी हुई है। उनके कार्यकाल के अंत के समय में चीन के साथ विवादित सीमा को लेकर युद्ध हुआ जिसमे भारतीय सैनिकों को बुरी तरह से हराया गया। नेहरू का 27 मई 1964 को निधन हो गया।